
नंद गोपाल नंदी और अखिलेश यादव
इलाहाबाद. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता सीधे जनता से जुड़ कर उनकी समस्याओं को सुनने और उनके तत्काल निराकरण के लिए चौपाल के जरिए चुनावी तैयारी में लग गए हैं। साथ ही चुनावी तैयारियों में लगे नेताओं पर भी सियासी रंग दिखने लगा है। अब आरोप और विवादास्पद बयानों का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
बीते दिनों गांव गांव में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं को हल करने और एक रात गांव में बिताने का सिलसिला भाजपाई नेताओं ने शुरू किया। जिसके बाद अब क्षेत्रीय विधायक सांसद और मंन्त्री अपने क्षेत्र में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं से रुबरु हो रहे हैं। मंत्रियों के इस चौपाल में जनता की समस्याओं को सुन कर उनका निराकरण किया जा रहा है।
क्षेत्रीय चौपाल कार्यक्रम के मद्देनजर यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी जनता की समस्याओं को सुनने के लिए शहर के कीडगंज इलाके में चौपाल लगवायी थी। जहां बड़ी तादाद में लोग अपनी अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। लोगों की फरियाद सुन कर अधिकारियों को उनकी समस्याओं के निराकरण करने का आदेश देते हुए यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने माइक पकड़ा और राजनीतिक बयान बाजी शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने सपा बसपा कांग्रेस के खिलाफ जमकर हमला किया। इसी दौरान योगी के मंत्री की फिर जुबान फिसली और सपा व बसपा और कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कहा की "जिस गाड़ी पर सपा का झंडा उस पर समझो बैठा गुंडा, फिर कहा कि जिस गाड़ी पर सपा का झंडा उस पर समझ बैठा सबसे बड़ा गुंडा।
वही कभी मायावती के करीबी और उनकी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहें नंदी ने कहा कि कभी बसपा का नारा था कि चढ़ गुंडों की छाती पर बटन दबाओ हाथी पर, लेकिन अब गुंडे चढ़ गए हाथी पर गोली पड़ेगी छाती पर, कह कर लोगों से समर्थन मांगा। नंदी ने कहा कि कल तक सपा और कांग्रेस एक दूसरे पर गाली देने का काम करती थी। एक दूसरे से लड़ने का काम करती थी। अब जब भाजपा ने ईमानदारी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का काम किया तो उस सारे दल एक हो गए। वहां बैठे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग बहुत समझदार हैं।
बताते चलें कि कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी आए दिन किसी न किसी विवादित बयान के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। जिससे अक्सर पार्टी की फजीहत भी होती है। इसके पहले भी मंत्री जी फूलपुर उपचुनाव के दौरान मुलायम को रावण व मायावती को शुपर्णखा कह कर विवादों में आए थे। इसके बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को सफाई देनी पड़ी थी। इस मुद्दे पर विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी पर हमलावर हो गया था। जिसके बाद मंन्त्री ने माफी मांगी थी।
By Prasoon Pandey
Published on:
09 Jun 2018 09:13 am
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