
School File Photo
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के हल्के-फुल्के मनोरंजन के लिए हफ्ते में एक दिन 'नो बैग डे' रखा है। पांच दिन पढ़ाई के बाद एक दिन ऐसा रखा गया है जब बच्चों को अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका मिलेगा। यही वजह है कि इंग्लिश मीडियम बेसिक स्कूल प्राइवेट स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं। वहीं, संगम नगरी प्रयागराज में 'स्कूल चलो अभियान' के तहत प्रयागराज जिला प्रदेश में टॉप फाइव रैंक में आ गया है। यह बड़ी उपलब्धि मिलने के बाद परिषदीय विद्यालयों में 'नो बैग डे' के तहत नया प्रयोग किया जा रहा है।
प्रयागराज जिले में शनिवार के दिन प्राइमरी और अपर प्राइमरी के बच्चों को बैग स्कूल नहीं ले जाना होगा। यानी कि शनिवार को 'नो बैग डे' घोषित किया जा रहा है। इसके तहत स्कूल दो सत्रों में आयोजित होंगे। पहले सत्र में बच्चों से प्रार्थना कराई जाएगी। इसके बाद व्यायाम, पीटी, आर्ट एंड क्राफ्ट, पेंटिंग, भाषा और निबंध पत्र लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इससे बच्चों का मानसिक विकास भी होगा और उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना भी बढ़ेगी।
दूसरे सत्र में होने हैं ये काम
दूसरे सत्र में स्कूलों में जो लाइब्रेरी की किताबें हैं, वह बच्चों को पढ़ने के लिए दी जाएंगी। बता दें कि पढ़ो प्रयागराज के तर्ज पर 'पढ़ो कहानी, गढ़ो कहानी, सुनो कहानी, सुनाओ कहानी' शुरू किया जा रहा है। इसी के तहत स्कूलों में बाल सभा, बाल संसद और दूसरे खेलों के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा का समुचित विकास किया जाएगा।
बच्चों को मिलेगा प्रतिभा निखारने का मौका
प्रयागराज बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी के मुताबिक, बच्चों को पूरे हफ्ते भर जो पढ़ाया जाता है उसे शनिवार के दिन नो बैग डे घोषित कर रिवीजन कराया जाएगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि बच्चों में अलग-अलग तरह की प्रतिभाएं होती हैं, उनको विकसित कर उन्हें आगे ले जाने की कोशिश की जाएगी।
Published on:
16 May 2022 02:01 pm
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