
आला नेताओं को छोड़ पंचायत के सरपंचों की हो रही है लॉबिंग
रायगढ़. जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, टिकट के दावेदारों के पैंतरे और रायपुर-दिल्ली दौड़ तेज हो गए हैं। अधिकांश तौर पर यह देखा जा रहा है कि किसी भी पार्टी से टिकट के दावेदार कार्यकर्ता को अपने पक्ष में कर रहे हैं, अपने नेताओं और आकाओं को साधने के लिए रायपुर और दिल्ली की दौड़ लगातार लगा रहे हैं।
वहीं इन सबस उलट एक दावेदार ने तो ऊपर की दौड़ छोड़कर नीचे की लॉबिंग शुरू कर दी है। मतलब पंचायत के सरपंचों को अपने पक्ष में एकजुट कर संबंधित पार्टी को अपना संकेत दे दिया है। इतना ही नहीं संबंधित दावेदार इस बात का प्रमाण भी पेश कर रहा है कि वो कैसे जीतेगा
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सभी सरपंच एकजुट होकर अपना प्रत्याशी खड़ा किए जाने की मांग शुरू कर चुके हैं। इसके लिए पिछले दिनों एक बैठक भी आयोजित की गई थी। जिसमें घरघोड़ा क्षेत्र के एक पंचायत के सरपंच को सर्व सम्मति से संघ की ओर से प्रत्याशी घोषित किया गया था। सरपंचों की माने तो प्रदेश में सरपंचों की भूमिका प्रथम जनप्रतिनिधि के रूप में होती है।
सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन यहीं से शुरू होता है। ऐसे में लंबे समय से क्षेत्र में इस बात की आवश्यकता महसूस की जा रही है कि सरपंच संघ से धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी घोषित किया जाए।
ताकि इस विधानसभा क्षेत्र की जरूरतों के हिसाब से कार्य हो सके। साथ ही लंबे समय से राजनीति के क्षेत्र में कार्य कर रहे सरपंचों को भी विधानसभा में प्रतिनिधित्व मिल सके।
क्या दे रहे हैं दलील
जब बैठक में नाम पर मोहर लग गई तो कई प्रकार की दलील भी दी गई जिसमें कहा गया कि धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र मैं सरपंचों की काफी अहम भूमिका है। इस विधानसभा क्षेत्र के यदि सौ ग्राम पंचायत किसी भी पार्टी के पक्ष में एक होकर खड़े हो जाते हैं तो उस पार्टी को डिगा पाना किसी भी विपक्षी पार्टी के लिए असंभव होता है। बता रहे हैं कि सरपंच संघ की ओर से स्वयं अपने प्रत्याशी को टिकट देने की मांग बलवती हो चुकी है। साथ में यह भी चेता रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण के समय कोई भी पार्टी सरपंच संघ की ओर से घोषित प्रत्याशी को अनदेखा नहीं कर सकतीं।
प्रदेश अध्यक्ष को सरपंचों ने लिखी पाती
संघ के सदस्यों का कहना है कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में धरमजयगढ़ क्षेत्र की तस्वीर कुछ खास होगी। लगभग सौ ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने इस बात की शपथ ले ली है कि विधायक के लिए धरमजयगढ़ क्षेत्र से उनके बीच का ही प्रतिनिधि होना चाहिए । इसके लिए सर्वसम्मति से एक सरपंच के नाम की घोषणा कर दी गई है।
बकायदा सभी सरपंचों की ओर से इस बात का पत्र लिखकर संबंधित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को भी भेज दिया गया है जिस पार्टी से वो टिकट चाहते हैं। उनका कहना है कि संबंधित पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सरपंचों की अनदेखी नहीं कर सकता है ।
दावा इस बात का भी बटोर लेंगे दूसरी पार्टी का वोट
सरपंच संघ के सदस्यों का कहना है कि उनकी ओर से विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद यहां चुनावी समीकरण काफी हद तक बदले हुए दिखाई दे रहे हैं।
उनका कहना है कि सरपंच संघ में केवल एक ही पार्टी के सरपंच नहीं हैं, बल्कि संघ में अन्य राजनैतिक दल के सरपंच शामिल हैं । ऐसे में यदि सरपंच संघ के इस दावेदार को संबंधित पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित करती है तो न संबंधित पार्टी का बल्कि दूसरी पार्टी के भी अधिकांश वोटर उनके पक्ष में जा जाएंगे।
Published on:
25 Jul 2018 03:26 pm
बड़ी खबरें
View Allरायगढ़
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
