इससे साफ है कि प्रशासन इन बसों की व्यवस्था को लेकर संजीदा नहीं है। चार साल पहले जब सिटी बस चलाने की योजना पर काम शुरू हुआ था तो उस समय हाईटेक सुविधा देने की बात कही गई थी। दावा किया गया था कि बसे सीसीटीवी कैमरे, व जीपीएस से लैश रहेंगी। इसे संचालित करने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया जाना था, लेकिन वह शुरू नहीं हो सका। वर्तमान में निगम की सिटी बसें सामान्य बसों की तरह ही रह गई हैं।
बिना मॉनीटरिंग दौड़ रही बसें
वर्तमान में नगर निगम की 20 सिटी बसों में से सिर्फ आठ ही संचालित हो रही हैं। इसमें तीन घरघोड़ा और अन्य तमनार, महापल्ली की तरफ चलती हैं। कहने को तो इन बसों में कैमरे और जीपीएस लगे हैं, लेकिन वह बंद पड़े हैं। इतना ही नहीं इसकी मॉनीटरिंग के लिए कंट्रोल रूम भी नहीं है।
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शासन की तरफ से आदेश है कि सभी बसों में जीपीएस सिस्टम इंस्टाल किया जाए। लेकिन शासन की सिटी बसों में ही यह व्यवस्था पूरी तरह से संचालित नहीं हो पा रही है। इसको लेकर अधिकारी उच्च अधिकारियों के आदेश का इंतजार कर रहे हैं जबकि पूर्व में ही इसके लिए आदेश आने की बात कही जा रही है।
-सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस लगा है या नहीं, कंट्रोल रूम बना या नहीं या देखना नगर निगम का काम है। मै अभी नया हूं। निर्वाचन कार्य में व्यस्त हूं निर्वाचन के बाद इसकी जांच कराता हूं- एसके कौशल, आरटीओ अधिकारी