CG News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में विगत तीन दिनों से हो रही रूक-रूक कर बारिश से अधिकतम तापमान में काफी गिरावट आ गई है, जिससे गर्मी व उसम से राहत मिली है। हालांकि अभी अगले पांच दिनों तक हल्की से तेज वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है।
इन दिनों जिले में मानसून मेहरबान है, जिसके चलते विगत तीन दिनों से लगातार बादल व कभी तेज तो कभी धीमी गति से बारिश हो रही है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री तक रहा। इससे लोगों को गर्मी से उसम से राहत मिली है। मौसम विभाग द्वारा लगातार भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया जा रहा है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों तक प्रदेश के बिलासपुर व सरगुजा संभाग के कुछ जिलों में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है।
इससे बाढ़ की भी स्थिति निर्मित हो सकती है। हालांकि मानसून की द्रोणिका उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में समुंद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक तक एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। साथ ही पश्चिम बंगाल के मैदानी इलाकों के उत्तरी हिस्सों और आसपास के क्षेत्र में ऊपरी हवा का चक्रवात बना है जो 5.8 किमी के साज्ञि दक्षिण की ओर झुका है।
इससे बाढ़ की भी स्थिति निर्मित हो सकती है। हालांकि मानसून की द्रोणिका उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में समुंद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक तक एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। साथ ही पश्चिम बंगाल के मैदानी इलाकों के उत्तरी हिस्सों और आसपास के क्षेत्र में ऊपरी हवा का चक्रवात बना है जो 5.8 किमी के साज्ञि दक्षिण की ओर झुका है
इसके साथ ही उत्तर गुजरात से लेकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसके चलते जिले में अभी अगले पांच दिनों तक अच्छी वर्षा की संभावना बनी हुई है। साथ ही शनिवार को जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ मेघ गर्जन और वज्रपात भी हो होने की संभावना है, जिसके चलते अब अगले पांच दिनों तक अगर भारी वर्षा होती है तो जिले में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है।
डाक्टरों का कहना है कि बरसात के दिनों में कई तरह की वैक्टिरिया उत्पन्न हो जाती है, जिसके चलते लोगों के सेहत पर असर पड़ता है। मच्छरों की भी संया बढ़ने लगी है, इससे अब अपने घरों के आसपास साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए पानी जमा न होने दे, वहीं कूलर व फ्रीज के पीछे जमा होने वाली पानी की लगतार सफाई करें, ताकि उसमें डेंगू का लार्वा न पनप सके। इसके साथ ही खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
जिले में मौसम का मिजाज विगत सप्ताहभर बदला हुआ है। सर्द-गर्म होने से लोगों के सेहत पर असर हो रहा है। इन मरीजों में ज्यादातर बुखार से पीड़ित होकर आ रहे हैं। हालांकि बंद होने के बाद जब धूप निकलेगा तब डायरिया सहित अन्य बीमारी का खतरा बढ़ जाएगा। विशेषज्ञ लगातार लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जगरूक होने की भी सलाह दे रहे हैं।
Updated on:
05 Jul 2025 02:20 pm
Published on:
05 Jul 2025 02:18 pm