
प्रशासन का दावा हो रहा खोखला साबित
रायगढ़। पटवारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर अब राजस्व विभाग में दिखने लगा है। इनके हड़ताल में जाने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने का दावा किया गया था, लेकिन जब से पटवारियों का आंदोलन शुरू हुआ है तब से लेकर अभी तक राजस्व से संबंधित कोई भी कार्य नहीं हो रहा है।
जिला प्रशासन के दावे के बाद शहर व ग्रामीण दोनो ही क्षेत्र से लोग राजस्व विभाग भूमि से संबंधित कार्य के लिए राजस्व विभाग पहुंच रहे थे, लेकिन सभी बैरंग लौट रहे हैं। लोगों के बीच अभी भी वहीं भ्रंातियां है कि प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था की गई है, लेकिन तहसील कार्यालय में राजस्व से संबंधित कार्य के लिए पटवारियों के न होने के कारण आरआई भी कार्यो को नहीं कर रहे हैं। आरआई सीधे हांथ खड़ा करते हुए कह रहे हैं कि हम पटवारियों से संबंधित कोई भी काम इस दौरान नहीं कर सकते हैं। कुलमिलाकर देखा जाए तो पटवारियों के आंदोलन के कारण पूरा राजस्व विभाग प्रभावित हुआ है और इसका खामियाजा आम जन को भुगतना पड़ रहा है।
बिक्री नकल तक नहीं बन रहा
राजस्व से संबंधित कार्यो में देखा जाए तो सीमांकन, नामांतरण तो दूर की बात है सामान्य निजी भूमि की बिक्री नकल तक जारी नहीं हो रही है। इसके लिए लोग आरआई से लेेकर तहसीलदार तक के चक्कर काट रहे हैं। अंत में बैरंग लौट रहे हैं।
जाति व आय का काम लटका
सीजी बोर्ड के नए शिक्षण सत्र की शुरूआत होने के लिए कुछ दिन शेष है, ऐसी स्थिति में लोग पहले से जाति व आय प्रमाण पत्र के लिए तैयारी कर रहे हैं लेकिन आम जन की तैयारी प्रक्रिया के शुरूआत में ही लटक जा रही है। क्योंकि इसमें पटवारी प्रतिवेदन अनिवार्य रहता है जो कि मिलने से रहा नहीं।
जांच व अन्य कार्य भी प्रभावित
कुछ क्षेत्रों में अवैध प्लाटिंग की शिकायत थी जिसमें दूसरे हल्के के पटवारी व आरआई की टीम बनाकर जांच कराई जा रही थी, उक्त जांच भी लटक गया है। इसके अलावा ऐसे कई विभागीय कार्य भी लटके हुए हैं।
वर्सन
वैकल्पिक व्यवस्था की गई है, तहसीलदार को इसके लिए निर्देश दिया गया है। अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो मै देखता हूं।
गगन शर्मा, एसडीएम रायगढ़
Published on:
03 Jun 2023 07:38 pm
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