
रायगढ़. सब्जी मंडी में हुई भीषण आगजनी के बाद भी यहां के व्यवसायी नहीं चेत रहे हैं। स्थिति यह है कि अभी भी दोनों मुख्य मार्गों पर अवैध अतिक्रमण करते हुए सड़क पर दुकान लगाई जा रही है। खास बात यह है कि इतना सब होने के बाद भी निगम के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी भी अवैध अतिक्रमण के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
शहर के सबसे बड़ी सब्जी मंडी के अंदर प्रवेश करने के लिए पांच रास्ते हैं, इसमें दो मुख्य रास्ता है। पहला प्रमुख रास्ता होटल शांति लाज के पास से है। यहां का रास्ता पहले काफी चौड़ा था, जिसमें सब्जी लेकर आने वाली ट्रकों का आवागमन होता था। अब यह काफी संकरा है। यहां व्यवसायिययों ने अतिक्रमण करते हुए दुकान लगाना शुरू कर दिया है। मौजूदा समय में इस मार्ग पर एक रिक्शा काफी मुश्किल से मंडी के अंदर प्रवेश कर सकता है। वहीं दूसरा प्रमुख रास्ता पुराने शनिमंदिर के पास से है। यहां निगम के द्वारा व्यवसायियों के लिए दुकानें बनाई गई है।
वहीं इन दुकानों में सामान खरीदी करने आने वाले व्यवसायियों के आवागमन के लिए गैलरी भी बनाई गई है, लेकिन व्यवसायियों का कब्जा देखते ही बनता है। व्यवसायियों ने गैलरी में तो अवैध कब्जा किया ही है, इसके अलावा मंडी के लिए बनाई गई 20 फीट की सड़क पर भी कब्जा जमा लिया है। यह कब्जा सड़क के दोनों ओर से किया गया है। ऐसे में लोगों के आवागमन के लिए बड़ी मुश्किल से पांच से सात फीट की सड़क ही बची है।
खास बात यह है कि मंगलवार की देर रात मंडी में आगजनी की घटना हुई। इस समय दुकान बंद थे तो दमकल वाहन अंदर जा सकी। वहीं यदि दिन में इस तरह की घटना हुई होती तो दमकल भी अंदर नहीं जा सकती। इस स्थिति को देखते हुए भी व्यवसायी अवैध कब्जा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को भी व्यवसायी बेधड़क अवैध कब्जा करते हुए दुकानें लगाए हुए थे।
आगजनी के घटना के प्रभावित हुए व्यवसायियों को राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से बांस-बल्ली दिलाई जानी थी। यह बांस-बल्ली फारेस्ट विभाग को देना था। बताया जा रहा है कि बांस-बल्ली दोपहर के पहले तक आ जाना था, लेकिन यह नहीं आया। व्यवसायी प्रशासन के द्वारा भेजे जाने वाले बांस-बल्ली का इंतजार करते हुए देखे गए।
नहीं हो सकी पूरी सफाई
नगर निगम के द्वारा यह कहा जा रहा था कि सफाई तेज गति से की जा रही है। एक से दो दिनों के भीतर मंडी की सफाई करा दी जाएगी। इसके बाद भी मंडी में सफाई का काम काफी धीमी गति से किया जा रहा है। यहीं वजह है कि अभी भी मंडी के जगह-जगह जले हुए मलबे रखे हुए हैं। यह बात मंडी के व्यवसायी भी स्वीकार कर रहे हैं।
मुआवजे की मांग करने पहुंचे
शहर के संजय कॉम्प्लेक्स में हुई मंगलवार की देररात आगजनी में करीब ८२ पसरे जल कर खाक हो गए। ऐसे में इन पसरों में रखे सब्जी तो पूरी तरह से समाप्त हो गई। इसके अलावा पसरे में छांव के लिए लगाए बांस-बल्ली व अन्य साजों सामान भी आग की चपेेट में आकर खाक हो गए। अब इन प्रभावित व्यवसायियों के पास दोबारा काम करने के लिए धन का अभाव है। इस बात को लेकर व्यवसायी नगर निगम आयुक्त के पास पहुंचे थे। वहीं निगम आयुक्त से मुलाकात करने के दौरान व्यवसायियों अपनी समस्या बताई। इस दौरान उनका कहना था कि प्रशासन ने व्यवसायियों को बांस-बल्ली दिलाए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक न तो बांस मिल सकी और ना ही बल्ली। इसके अलावा प्रशासन के द्वारा अब तक मुआवजा भी नहीं मिल सका है। ऐसे में आयुक्त से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की।
Published on:
12 Jan 2018 01:33 pm
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