
39th Chakradhar Samahro: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में चक्रधर समारोह की तीसरी शाम संगीत विशारद से सम्मानित रामप्रसाद सारथी के शास्त्रीय गायन से शुरू हुआ। उनके मधुर स्वर से सजे भजनों से श्रोताओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। ईश्वर और भक्त के बीच के संवाद को उन्होंने भजन 'हे ईश्वर आपने हमे क्या नहीं दिया, हमे मालूम हमने आपके लिए क्या किया, ऐसा क्या काम किया मैंने कि तूने मेरा हाथ थाम लिया' के जरिए बड़ी खूबसूरती से पहुंचाया। इस सुंदर भजनों को सुन कर श्रोता मंत्र मुग्ध हुए।
वहीं कलाकार का उत्साह वर्धन तालियों की गड़गड़ाहट के साथ किया गया। चक्रधर समारोह की दूसरी प्रस्तुति रायगढ़ की कथक नृत्यांगना जया दीवान की रही। जया दीवान अद्भुत नृत्य प्रस्तुति दी। जया दीवान ने अपनी प्रस्तुति में पारंपरिक कथक के साथ-साथ आधुनिक शैलियों का समावेश करते हुए दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी नृत्य कला में शुद्ध तकनीकी कौशल के साथ भाव और अभिव्यक्ति का भी अनोखा मिश्रण देखने को मिला। इसके अलावा शैंकी सिंह, धरित्री सिंह चौहान ने भी कथक की प्रस्तुती दी। वहीं त्रिधारा ग्रुप ने ओडिशी में समा बांधा। साथ ही जीतू शंकर ने फ्यूजन की प्रस्तुति दी जिसकी काफी सराहना की गई।
चक्रधर समारोह की तीसरी संध्या नृत्य के नाम रहा। जया दीवान, धरित्री सिंह चौहान व शैंकी सिंह ने जहां कथक की प्रस्तुति देते हुए दर्शकों की वाहवाही लूटी। वहीं शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति देते हुए राम प्रसाद सारथी ने शाबाशी बटोरी। वहीं त्रिधारा ग्रुप की गजेंद्र पंडा व आर्या नंदे ने ओडिशी नृत्य की प्रस्तुति देते हुए दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
39 वां चक्रधर समारोह के चतुर्थ दिवस 10 सितम्बर को ग्रैमी अवार्ड विजेता बांसुरी वादक राकेश चौरसिया बांसुरी वादन से अपनी धुनों का जादू बिखरेंगे। समारोह में दिल्ली के प्रसिद्ध कव्वाल मो. चांद अफजल कादरी कव्वाली पेश करेंगे। इसी तरह अनिता शर्मा, रायगढ़ भजन गायन पर प्रस्तुति देंगी। समारोह इस कड़ी में नीत्या खत्री, रायगढ़ द्वारा कथक, तपसीर मोहम्मद एवं साथी, रायपुर द्वारा अकार्डियन वादन, शिव प्रसाद राव, दिल्ली द्वारा शास्त्रीय गायन, बासंती वैष्णव एवं ज्योतिश्री बोहिदार द्वारा कथक (रायगढ़ घराना) एवं प्रभंजय चतुर्वेदी, रायपुर भजन एवं गजल गायन पर प्रस्तुति देंगे।
चक्रधर समारोह में पहली बार ऐसी स्थिति देखने को मिली कि ब्रोसर में तय कार्यक्रम को बदलकर एक दिन बाद किया गया है। ब्रोसर के अनुसार सोमवार को चक्रधर समारोह में अंतिम कार्यक्रम कव्वाली की प्रस्तुति मोहम्मद चांद अफजल कादरी दिल्ली की टीम द्वारा प्रस्तुत करना था, लेकिन सोमवार की सुबह में ही आयोजन समिति ने एक रिलीज जारी किया जिसके अनुसार कार्यक्रम को मंगलवार को तय किया गया। इस कार्यक्रम में बदलाव का प्रमुख कारण आपसी ताल-मेल को बताया जा रहा है। कव्वाली कलाकारों ने जहां मंगलवार को कार्यक्रम के हिसाब से टिकट बुक कराया था तो वहीं आयोजन समिति ने ब्रोसर में एक दिन पूर्व ही उक्त कार्यकम का उल्लेख कर दिया था।
Updated on:
10 Sept 2024 04:50 pm
Published on:
10 Sept 2024 04:49 pm
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