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ठेकेदारों की लापरवाही पर सख्त हुआ निगम, आधा दर्जन से अधिक ठेकेदारों को अंतिम नोटिस जारी, पढि़ए खबर…

- ठेकेदारों की अमानत राशि होगी राजसात

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ठेकेदारों की लापरवाही पर सख्त हुआ निगम, आधा दर्जन से अधिक ठेकेदारों को अंतिम नोटिस जारी, पढि़ए खबर...

ठेकेदारों की लापरवाही पर सख्त हुआ निगम, आधा दर्जन से अधिक ठेकेदारों को अंतिम नोटिस जारी, पढि़ए खबर...

रायगढ़. काम नहीं करने वाले ठेकेदारों पर निगम अब सख्त कार्रवाई करने के मूड में आ गई है। ऐसे में आधा दर्जन से अधिक ठेकेदारों को अंतिम नोटिस जारी किया जा चुका है। यदि ये ठेकेदार ३१ जुलाई तक अंतर की राशि जमा नहीं करते हैं तो निगम के द्वारा टेंडर को निरस्त करते हुए नया टेंडर करेगी। हालांकि इससे निर्माण कार्य में जरुर देरी होगी, लेकिन ठेकेदारों पर भी सख्त कार्रवाई होगी। यह भी माना जा रहा है कि ठेकेदारों की अमानत राशि तो राजसात होगी। वहीं कुछ ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड के साथ निगम में निर्माण कार्य करने पर एक साल या छह माह के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है।

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शहरी क्षेत्र में छह से आठ माह पूर्व निर्माण कार्य के लिए एक के बाद एक टेंडर किया गया। इसमें कुछ ठेकेदारों ने आपसी सांठगांठ करते हुए कुछ निर्माण कार्य के टेंडर को सेटिंग में ले लिया, लेकिन कुछ टेंडर काफी बिलो में गए। इसमें 15 से 20 प्रतिशत बिलो में गए, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं किया जा सका। हालांकि काम शुरू कराने के लिए नगर निगम के द्वारा दो नोटिस दिया गया, लेकिन ठेकेदारों ने काम शुरू नहीं किया।

मौजूदा समय में बारिश शुरू हो चुकी है। इस अवधि में काम शुरू नहीं हो सकता। ऐसे में निगम के द्वारा अंतिम नोटिस भेजते हुए अंतर की राशि जमा कराए जाने की बात कही गई है। यदि ठेकेदारों के द्वारा अंतर की राशि जमा की जाएगी तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि वे काम करने के मंशा में है। वहीं राशि जमा नहीं करने पर यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि वे काम नहीं करना चाहते। ऐसे में टेंडर निरस्त किया जाएगा। टेंडर को ३१ जुलाई के बाद निरस्त किया जाएगा। टेंडर निरस्त होने के साथ अमानत राशि तो राजसात होगी ही। वहीं ज्यादा काम लेने वाले ठेकेदारों या तो ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा या फिर एक साल या छह माह का प्रतिबंध लगाया जाएगा।

त्यागना होगा निजी स्वार्थ
शहरी क्षेत्र में कई निर्माण कार्यों में मनमानी बरतने का मामला सामने आ चुका है। चाहे गुणवत्ताहीन निर्माण का मामला हो या फिर काम लेकर निर्माण अधूरा छोडऩा हो या फिर काम लेकर काम करना ही नहीं हो। इस सारी खामियों के बाद भी निगम के द्वारा अब तक किसी भी ठेकेदारों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे ठेकेदारों के हौसले बुलंद है। यदि निगम के अधिकारी निजी स्वार्थ त्यागते हुए कार्रवाई करती है तो यह अव्यवस्था दूर हो जाएगी और शहर के विकास को गति भी मिलेगी।

इन ठेकेदारों को दिया जा चुका है नोटिस
काम लेकर निर्माण शुरू नहीं करने के मामले में निगम के द्वारा पूर्व में ही नोटिस जारी किया जा चुका है। नोटिस जारी किए जाने वाले ठेकेदारों में ठेकेदार विकास कुमार तिवारी, मेसर्स विकास अग्रवाल फर्म, राजकुमार जायसवाल, संतोष कुमार अग्रवाल, आयुष कंट्रक्शन और शांति कंट्रक्शन का नाम शामिल है।

-20 करोड़ के किए गए टेंडर के कुछ काम ही शुरू हो पाए हैं। काम शुरू नहीं करने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी किया गया है। ३१ जुलाई तक यदि उनका जवाब नहीं आया तो टेंडर निरस्त करते हुए संबंधित ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई होगी- विनोद पांडेय, आयुक्त, नगर निगम