
मामला नियंत्रित करने पहुंचे आरपीएफ एसआई को धुना, आरक्षक को जमकर पीटा
रायगढ़. रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर लोको पायलटों ने जमकर हंगामा मचाया, उनके उत्पात का आलम यह था कि पहले तो इनकी ओर से कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के एसी कोच के कांच को तोड़ दिया गया, वहीं जब मौके पर रोकथाम के लिए आरपीएफ के अधिकारी पहुंचे तो उनकी पटक-पटक कर धुनाई कर दी, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्थिति हवाई फायरिंग की बन गई थी। बाद में जब कुछ और जवाब मौके पर पहुंचे और उत्पात मचाते लोको पायलटों की वीडियो बनाने लगे तो लोको पायलट वहां से भागे।
मिली जानकारी के अनुसार ये घटना शुक्रवार की दोपहर पौने एक बजे के आसपास की है। जैसे ही पुरी से आ रही उत्कल एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर दो पर लगी उसी दौरान करीब सौ की संख्या में लोको पायलटों ने ट्रेन के एसी कोच बीवन को घेर लिया और टीटीई प्रभात कुमार झा पिता स्व. रामजीवन झा उम्र ५६ वर्ष को निकालकर पीटने का प्रयास करने लगे।
इनकी की भीड़ इतनी उग्र थी कि उस कोच के पास भयावह नजारा बन गया था। इसके बाद इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ के एसआई एसके शुक्ला और एक आरक्षक खूंटे मौके पर सिविल ड्रेस में पहुंचे थे।
लोको पायलटों ने पहले तो एसआई शुक्ला की धुनाई कर दी इसके बाद उनके साथ आए आरक्षक खूंटे को जमकर पटक-पटक कर पीटा। इसी बीच आरपीएफ पोस्ट से कुछ और जवान पहुंच गए जिसमें से एक जवान ने लोको पायलटों की वीडियो बनानी शुरू कर दी, तब वहां से लोको पायलट भागे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोको पायलट टीटीई प्रभात कुमार झा को पूरे कोच में ढूंढते रहे इस बीच टीटीई कोच के बाथरूम में जाकर छिप गया। लोको पायलट उसे बाथरूम से बाहर निकालने का प्रयास करने, जब वो नहीं निकला तो दरवाजे को तोडऩे की कोशिश करने की बात कही जा रही है।
जब यहां भी बात नहीं बनी तो ये लोग बाहर आए और बाथरूम की खिड़की को तोड़ दिया, वहां से टीटीई को खींचकर बाहर निकालने का प्रयास करने लगे इस क्रम में टीटीई भी घायल हो गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस प्रकार से टीटीई को निकालने का प्रयास किया जा रहा था यदि लोको पायलट सफल हो गए होते तो पिटाई से उसकी जान जा सकती थी, उसकी हत्या हो सकती थी।
क्या है मामला
जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार रायगढ़ से छह सात लोको पायलट मालगाड़ी लेकर राउरकेला गए थे। वहां से लौटने के दौरान ये लोग बीवन एसी कोच में चढ़े और टीटीई से सीट मांगने लगे। टीटीई का कहना है कि एसी कोच में सीट के लिए लोको पायलटों को पास जारी होता है, लेकिन ये पास इनके पास नहीं था इसके बाद इन्हें सीट देने से मना कर दिया गया। वहीं लोको पायलटों का कहना है कि टीटीई को पास दिया गया पर उसने उसे फाड़ दिया। यहां से विवाद शुरू हो गया। इसी बीच एक लोको पायलट ने टीटीई को रायगढ़ में देख लेने की धमकी दी थी।
बिलासपुर कंट्रोल को सूचना
लोको पायलट की धमकी के बाद एक अन्य टीटीई ने रायगढ़ स्टेशन पर किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए इसकी सूचना बिलासपुर कंट्रोल को दी, वहां से आरपीएफ एसआई शुक्ला और आरक्षक खूंटे को संभावित खतरे के मद्देनजर सूचना दी गई थी। ये दोनों आरपीएफवाले सिविल ड्रेस में कोच के पास स्थिति नियंत्रित करने पहुंचे थे जहां इनकी भी पिटाई कर दी गई।
खरसिया में खोला गेट
इस मामले में टीटीई इतना भय में था कि रायगढ़ से ट्रेन अपने समय पर खुल गई थी पर वो बाथरूम में ही बंद था, इसी बीच हंगामे के बाद आरपीएफ के कुछ जवानों को कोच में भेजा गया था। जब उन जवानों ने टीटीई को भरोसा दिलवाया कि आप सुरक्षित हैं बाहर आओ तब जाकर उसने खरसिया में गेट खोली और बाहर निकला।
पैसेंजर ने किया ट्वीट
इस ममाले में ये बात भी सामने आ रही है कि लोको पायलटों के इस उत्पात के बाद एक पैसेंजर ने इस घटना की ट्वीट डीआरएम और रेलमंत्री से भी की है। दूसरी ओर टीटीई का यूनियन इस मामले में मुखर हो गया है जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार बिलासपुर में कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन की तैयारी कर ली गई है शनिवार से टीटीई हड़ताल पर जा सकते हैं।
Published on:
23 Mar 2018 08:37 pm
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