
Chhattisgarh BJP फोटो: पत्रिका
Chhattisgarh BJP: प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ताओं की निगाहें अब निगम-मंडलों में बचे पदों पर नियुक्ति की तीसरी सूची पर टिक गई है। कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि अब तो मंत्रिमंडल का भी विस्तार हो गया है, ऐसे में साय सरकार और भाजपा संगठन का एक ही मुख्य काम रह गया है, जो निगम-मंडलों में बचे पदों पर नियुक्ति का है। बता दें कि निगम-मंडलों की दूसरी सूची जारी होने के बावजूद अभी तक कई पदों पर नियुक्ति बची है। सबसे ज्यादा उपाध्यक्ष, सदस्यों के पद बचे हुए हैं। इसलिए बड़ी संख्या में दावेदार कार्यकर्ताओं की उम्मीदें अभी अपने नेताओं पर टिकी हुई हैं।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल के विस्तार और प्रदेश कार्यकारिणी में सीनियर नेताओं की अनदेखी से फिलहाल वरिष्ठ नेताओं में भारी आक्रोश है। साथ ही उनके समर्थक भी नाराज है। वहीं, कुछ ऐसे जूनियर नेता भी भाजपा संगठन के कर्ता-धर्ता नेताओं से इसलिए नाराज चल रहे हैं कि नई कार्यकारिणी में भी उन्हें जगह नहीं दी गई है।
जबकि विधानसभा चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारी को बखूबी निभाया गया। इसके बाद छिलके की तरह निकालकर पद से हटा दिया गया। पद से हटाया तो ठीक, लेकिन दूसरा कोई पद तक नहीं दिया गया। इस कारण ऐसे कार्यकर्ता अब कोप भाजन में चले गए हैं। पार्टी के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात नहीं कर रहे हैं।
वहीं, भाजपा संगठन भी अब लगातार मिल रही शिकवा-शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नाराज सीनियर और जूनियर नेताओं को साधने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि जिन कार्यकर्ताओं को प्रदेश की कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है। उन लोगों को युवा मोर्चा, महिला मोर्चा और अन्य मोर्चा-प्रकोष्ठों में महत्वपूर्ण पद देकर सभी नाराज कार्यकर्ताओं को साधने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि शहरी क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं में सबसे ज्यादा नाराजगी है।
Published on:
22 Aug 2025 11:53 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
