रायपुर. प्रदेश में ऐसे हितग्राही जिनके पास आयुष्मान कार्ड (Ayushman Bharat Health Card Yojana) नहीं है और उन्हें आपातकालीन चिकित्सा की जरूरत है, वे योजनांतर्गत पंजीकृत अस्पताल में आयुष्मान मित्र के माध्यम से नि:शुल्क पेपर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान मित्र को इलाज के सारे कागजात व आधार कार्ड या राशन कार्ड उपलब्ध कराना होगा। पेपर आयुष्मान कार्ड से योजना का लाभ मरीज को मिलना शुरू हो जाएगा। सभी पंजीकृत अस्पतालों में आयुष्मान मित्रों की नियुक्ति की गई है।
इधर, प्रदेश के च्वॉइस सेंटरों पर नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बनना शुरू हो गया है। रायपुर के करीब 700 च्वॉइस सेंटरों में से आधे में आयुष्मान कार्ड बनना शुरू हो गया है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अधिकारियों का कहना है कि कुछ च्वॉइस सेंटर के संचालकों को कार्ड बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। एक-दो दिनों के भीतर सभी च्वॉइस सेंटरों पर कार्ड बनना शुरू हो जाएगा। इलाज में बीपीएल परिवारों को 5 लाख तथा एपीएल को 50 हजार की स्वास्थ्य सहायता मिलेगी।
च्वॉइस सेंटरों पर नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। यदि किसी सेंटर के संचालक द्वारा राशि ली जाती है तो डायल 104 और सीएमएचओ से शिकायत की जा सकती है। डुप्लीकेट आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए हितग्राहियों को च्वाइस सेंटरों को 15 रुपए भुगतान करना होगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के अभियान 'आपके द्वार आयुष्मान' अंतर्गत कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 31 मार्च तक नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। राज्य में 6549159 परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।
पहले कागजी फिर प्लास्टिक कार्ड
च्वॉइस सेंटरों से सर्वप्रथम कागजी तथा कुछ दिनों बाद प्लास्टिक कार्ड मिलेगा। पेपर कार्ड में कार्ड के पीछे एक मैसेज होगा कि हितग्राही उसी च्वॉइस सेंटर से अपना प्लास्टिक आयुष्मान कार्ड प्राप्त करेंगे, जहां से कागजी बनवाया है।
स्वास्थ्य केंद्रों में नेटवर्क की समस्या
राजधानी के 18 स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध है लेकिन सर्वर डाउन होने की समस्या सामने आ रही है। हितग्राहियों को कार्ड बनवाने के लिए 2 से 3 दिनों तक स्वास्थ्य केंद्रों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों के मुताबिक, नेटवर्क की समस्या भी सामने आती है। एक हितग्राही का डाटा अपलोड करने में आधे से एक घंटे लग जाते हैं। कभी-कभी तो पूरे दिन नेटवर्क की समस्या रहती है।
सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने कहा, जिला अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। नेटवर्क की समस्या रहती है, जिसको दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। च्वॉइस सेंटरों में भी नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बनना शुरू हो गया है।
च्वॉइस सेंटर पर यह लेकर पहुंचे
1. व्यक्तिगत पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड
2. परिवार पहचान पत्र के तौर पर राशन कार्ड
Published on:
04 Mar 2021 02:07 pm