5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बंद होने वाली है आयुष्मान योजना! PCC चीफ बैज ने कही ये बात, सरकार पर जमकर साधा निशाना

Political News: सरकार की लापरवाही के कारण आयुष्मान योजना बंद होने वाली है। बैज ने कहा, पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य का इंफ्रास्ट्रक्चर 2018 की तुलना में ढाई गुना बेहतर विकसित किया था।

less than 1 minute read
Google source verification
फोटो सोर्स- X हैंडल, Deepak Baij)

फोटो सोर्स- X हैंडल, Deepak Baij)

CG Politics News: सरकार की लापरवाही के कारण आयुष्मान योजना बंद होने वाली है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों का भाजपा सरकार भुगतान रोक कर रखी है जिसके कारण निजी अस्पताल वाले आयुष्मान योजना के तहत गरीबों का इलाज बंद करने की चेतावनी अनेकों बार दे चुके है।

पिछले 17 माह से आश्वासन के बाद भी चिकित्सकों का भुगतान नहीं हुआ है। बकाया भुगतान करने की अस्पतालों ने अंतिम चेतावनी भी सरकार को दी है। उसके बाद भी सरकार अस्पतालों का भुगतान नहीं कर रही है। यदि निजी अस्पतालों ने गरीबों का इलाज बंद कर दिया तो गरीब वर्ग के लोग मुश्किल में पड़ जाएंगे। अनेक ऐसी बीमारियां है जिनका इलाज निजी अस्पतालों में ही होता है। साथ ही सरकारी अस्पतालों में सभी मरीजों का इलाज हो भी नहीं सकता। अत: सरकार इस मामले में त्वरित निर्णय ले।

बैज ने कहा, पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य का इंफ्रास्ट्रक्चर 2018 की तुलना में ढाई गुना बेहतर विकसित किया था। सभी जिला अस्पतालों को मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल के तौर पर विकसित किया था। ब्लॉक के अस्पतालों में भर्ती की सुविधाएं विकसित की थी।

स्वास्थ्य सुविधा बदहाल

बैज ने कहा, अधिकांश जिला अस्पताल में डायलिसिस और क्रिटिकल केयर यूनिट शुरू की थी। 25 लाख तक की मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना छत्तीसगढ़ में संचालित थी। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ में 4000 से अधिक नियमित पदों पर डॉक्टर, नर्स, तकनीशियन और सहायक कर्मचारी की भर्तियां की। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य सहायता योजना, हाट बाजार क्लिनिक, मोहल्ला क्लीनिक, दाई दीदी क्लिनिक, हमर अस्पताल और हमर लैब स्थापित किया था लेकिन अब सरकार बदलते ही विगत 11 महीने के भीतर छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधा बदहाल हो चुका है।