इस दौरान वहां युवतियां संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी। पूछताछ में उन्होंने लालच और दबाव बनाकर देह व्यापार कराने की बात कही। पुलिस ने युवतियों के बयान और स्पा सेंटर में तलाशी में बरामद सामानों को जब्त किया। साथ ही स्पा सेंटर मैनेजर आशियान यादव और सहायक मैनेजर राकेश महानंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसकी जानकारी मिलते ही (prostitution in spa center) संचालक गजेन्द्र जायसवाल फरार हो गया था। पुलिस ने प्रकरण की जांच करने के बाद कोर्ट में केस डायरी पेश की। वहीं गिरफ्तारी के डर से गजेन्द्र ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन पेश किया। इसमें बताया कि पुलिस उसे झूठे आरोप में फंसा रही है। छापेमारी के दौरान वह स्पा सेंटर में नहीं था। जमानत दिए जाने पर वह जांच में सहयोग करेगा। उसका किसी भी अन्य कोर्ट में जमानत का कोई भी आवेदन लंबित नहीं है।
prostitution in spa center: अतिरिक्त लोक अभियोजक ने इसका विरोध करते हुए कहा कि प्रकरण गंभीर प्रवृत्ति का है। स्पा सेंटर संचालक के इशारे पर देह व्यापार करवाया जा रहा था। जमानत दिए जाने पर साक्ष्य को प्रभावित करने के साथ ही फरार होने की संभावना है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वंदना दीपक देवांगन ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जमानत आवेदन को खारिज कर दिया।