
बिजली हाफ योजना बंद करना जनता से बेईमानी (Photo source- Patrika)
Bijli Half Yojana: नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, छत्तीसगढ़ में बिजली की कीमतों में प्रति यूनिट 20 पैसे की बढ़ोतरी ने आम जनता के साथ-साथ राज्य के किसानों की कमर तोड़ दी है। इस वृद्धि ने घरेलू उपभोक्ताओं, उद्योगों और सबसे महत्वपूर्ण रूप से कृषि क्षेत्र को सीधे प्रभावित किया है।
इससे राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिरता पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। डॉ. महंत ने कहा, यह वृद्धि तब हुई है जब छत्तीसगढ़ कोयला और पानी जैसे प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। हम न केवल अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि इन संसाधनों की आपूर्ति दूसरे राज्यों को भी करते हैं। ऐसे में बिजली मूल्य वृद्धि का कोई ठोस कारण नहीं दिखता, महंगाई के इस दौर में आम जनता आर्थिक बोझ से परेशान है।
सरकार बढ़ी हुई बिजली दरों को तुरंत वापस लें।
कृषि पंपों पर विशेष सब्सिडी या रियायती बिजली दर लागू करें।
राज्य में बिजली उत्पादन और वितरण प्रणाली में सुधार किया जाए।
Bijli Half Yojana: डॉ. महंत ने कहा, प्रदेश की भाजपा सरकार ने हमारी बिजली हाफ योजना बंद कर दी है। इससे जनता पर आर्थिक बोझ की दोहरी मार पड़ी है। एक तरफ, बिजली की कीमतें बढ़ाई गई हैं, वहीं दूसरी तरफ रियायती योजना को लगभग खत्म कर दिया गया है, जिससे आम नागरिकों और किसानों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। इस अप्रत्याशित वृद्धि से आम नागरिकों में भारी असंतोष है।
Published on:
14 Sept 2025 09:17 am
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