9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CG Cyber Crime: 100 से ज्यादा बैंक खातों में साइबर ठगों ने डाला डाका, निवेश के नाम पर 3.50 करोड़ रुपए पार… आप रहें सावधान

CG Cyber Crime: साइबर ठगों ने 100 से ज्यादा बैंक खातों में ट्रांसफर किया है। कई जगह से कुछ राशि विड्राल भी किया है। पुलिस इन बैंक खातों की राशि होल्ड करवा रही है।

2 min read
Google source verification
CG Cyber Crime

CG Cyber Crime: साइबर ठगों के सुनियोजित रैकेट लोगों से लाखों-करोड़ों रुपए आसानी से ऑनलाइन ठग लेता है। ठगे गए रकम को बरामद करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होती है। इसका अंदाजा पंडरी थाने में दर्ज साइबर ठगी के मामले से लगाया जा सकता है।

इस मामले में ठगी के साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा रकम को साइबर ठगों ने 100 से ज्यादा बैंक खातों में ट्रांसफर किया है। कई जगह से कुछ राशि विड्राल भी किया है। पुलिस इन बैंक खातों की राशि होल्ड करवा रही है। आरोपियों ने रकम एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर किया।पुलिस का मेन खाताधारक तक पहुंचना काफी मुश्किल हो गया है।

CG Cyber Crime: अब दूसरा ग्रुप बनाकर ठगी

साढ़े तीन करोड़ ठगने के बाद साइबर ठगों ने टेलीग्राम ग्रुप को खत्म कर दिया है। इस ग्रुप में डॉक्टर देवांगन और विकास भी जुड़े थे। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने दूसरा ग्रुप बना लिया है। उसके जरिए अन्य लोगों को भी ठग रहे हैं।

यह भी पढ़ें: CG Cyber Crime: यूट्यूब चैनल लाइक-सब्सक्राइब करने का मिलेगा पैसा, अधिकारी से लूट लिए 4 लाख रुपए

अलग-अलग शहरों का बैंक खाता

पुलिस की जांच में अब तक साढ़े तीन करोड़ रुपए में से 15 लाख ही होल्ड हो पाया है। साइबर ठगों ने देश के अलग-अलग राज्यों के शहरों में 100 से अधिक बैंक खाता खुलवा रखा है। ठगी की पूरी राशि उन्हीं खातों में ट्रांसफर किया गया है। अलग-अलग शहरों में जाकर उन खाताधारकों की डिटेल निकालने में पुलिस की हालत खराब हो गई है। फिलहाल पुलिस राशि को होल्ड कराने और मुय खाताधारक का पता करने में लगी है।

डॉक्टर सुनील कुमार देवांगन और विकास कुमार त्रिवेदी के फेसबुक में शेयर मार्केट में निवेश का एक विज्ञापन आया था। इसमें अधिक मुनाफा वाले शेयर में निवेश का झांसा दिया गय था। दोनों ने उसमें दिए नंबर पर कॉल किया। इसके बाद उनके बनाए टेलीग्राम ग्रुप से जुड़े और मोबाइल ऐप डाउनलोड कराया। फिर उसके जरिए राशि निवेश करने लगे। फिर दोनों को झांसा देकर साइबर ठगों ने साढ़े तीन करोड़ रुपए से ज्यादा ठग लिया। इसकी शिकायत पर 12 मई को पंडरी पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।


बड़ी खबरें

View All

रायपुर

छत्तीसगढ़

ट्रेंडिंग