CG News: परीक्षा में 50 फीसदी सवाल
केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार चंद्राकर ने बताया कि स्कूलों में 5वीं और 7वीं के छात्र-छात्राओं को पहले नो-डिटेंशन पॉलिसी के तहत फेल होने के बावजूद अगली कक्षा में प्रमोट किया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। राजधानी
रायपुर में दो केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं जिनमें से केंद्रीय विद्यालय डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में दो पाली में क्लास लगती है। जिसमें 5वीं में लगभग 330 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। वहीं कक्षा 8वीं में भी 330 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।
वहीं डीडी नगर स्थित 5वीं और 8वीं में भी लगभग उतने ही छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। प्राचार्य अशोक कुमार चंद्राकर ने बताया कि परीक्षा में 50 फीसदी सवाल कॉपिटेटिव दक्षता वाले पूछे जाएंगे। केंद्रीय विद्यालय की लगभग सभी कक्षाओं की परीक्षा में कॉपिटेटिव दक्षता वाले सवाल पूछे जाते है। वहीं अब 5वीं और 8वीं की परीक्षाओं में भी ऐसा होगा। केवी परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन को विभिन्न कारकों जैसे कि शैक्षणिक ज्ञान, मौखिक कौशल और डिस्क्रिप्टिव लेखन के माध्यम से मूल्यांकन किया जाता है।
फेल होने पर मिलेगा दोबारा मौका
CG News: 5वीं और 8वीं के छात्र अगर पहली परीक्षा में फेल हो जाते हैं, तो उन्हें दो महीने के अंदर दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा। इससे छात्रों को पास होने का एक और मौका दिया जाएगा। यदि बच्चे दूसरी परीक्षा में भी फेल हो जाते हैं तो उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा। आरटीई (शिक्षा का अधिकार) अधिनियम की धारा 16 के तहत, बच्चों को कक्षा 1 से 8 तक फेल नहीं किया जा सकता था। 2008 से यह लागू किया गया था।