8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CG News: मेडिकल इमरजेंसी सेवा के नाम पर खेल, जरूरतमंदों तक समय पर नहीं पहुंच रही एंबुलेंस

CG News: रायपुर प्रदेश की मेडिकल इमरजेंसी सेवा के नाम पर खेल हो रहा है। मेडिकल इमरजेंसी के दौरान कई जगह एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच रही है। जिससे लोगो काफी दिक्कते हो रही है।

2 min read
Google source verification
ambulance

CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रदेश की मेडिकल इमरजेंसी सेवा के नाम पर खेल हो रहा है। मेडिकल इमरजेंसी के दौरान कई जगह एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच रही है। इसके बावजूद सरकार एजेंसी को करोड़ों का भुगतान कर रही है। अलग-अलग जिलों में 2 लाख से ज्यादा मामलों में मेडिकल इमरजेंसी के दौरान लोगों ने एंबुलेंस की मांग की, लेकिन वहां तय समय के भीतर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई। पीडि़तों को दूसरे वाहनों का सहारा लेकर अस्पताल जाना पड़ा। कई स्थानों पर तो एक-एक घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची हैं।

उल्लेखनीय है कि मेडिकल इमरजेंसी में लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए संजीवनी एक्सप्रेस 108 का संचालन किया जा रहा था। इसे अब दूसरी कंपनी संचालित कर रही है। लेकिन इसके लिए एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 30 मिनट रखा गया है। कैग ने वर्ष 2019 से 2022 के बीच एंबुलेंस के रिस्पांस टाइम का खुलासा किया है।

यह भी पढ़ें: CG Medical: CGMSC मैनेजमेंट में बड़ी लापरवाही, हर साल 12 करोड़ रुपए से ज्यादा की दवा हो रही एक्सपायर

CG Medical News: क्या है रिस्पांस टाइम

मेडिकल इमरजेंसी की सूचना मिलने पर एंबुलेंस को मरीज तक पहुंचने में लगने वाला समय रिस्पांस टाइम है। स्वास्थ्य विभाग ने जय अंबे ग्रुप को टेंडर देते समय रिस्पांस टाइम 30 मिनट तय किया गया था। अर्थात किसी भी मरीज या मेडिकल इमरजेंसी की जरूरतमंद तक 30 मिनट में एंबुलेंस पहुंचना था। अधिकांश जिलों में एंबुलेंस रिस्पांस टाइम का पालन नहीं कर पा रहा है।

2 लाख से अधिक जगह लेट हुई एंबुलेंस

कैग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 2 लाख 27 हजार 113 प्रकरणों करीब 33.99 प्रतिशत में एंबुलेंस 30 मिनट के बाद पहुंची है। इसी तरह 57 हजार 398 मामलों में एंबुलेंस मरीजों तक एक घंटे बाद पहुंची है। 723 मामलों में एंबुलेंस 360 मिनट से अधिक समय में पहुंची है। राज्य के 9 जिलों में एंबुलेंस का लाभ जरूरतमंदों को तय समय पर नहीं मिल पा रहा है। बलरामपुर जिले में सबसे अधिक समय 35 मिनट से ज्यादा समय ले रही है। दूसरी ओर रायपुर जिले में सबसे कम समय पर एंबुलेंस पहुंच जाती है।

इससे संबंधित खबरें यहां देखें

1. सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट पर प्रवेश लेना अनिवार्य, नहीं तो काउंसलिंग से हो जाएंगे बाहर

छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश के लिए काउंसलिंग शुरू हो चुकी है। ऐसे में छात्रों को कई जरूरी नियमों पर ध्यान देना होगा। नियमों को अच्छे से नहीं समझने पर छात्र चालू सत्र की पूरी काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे। जैसे अगर सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट मिली है तो प्रवेश लेना अनिवार्य होगा। यहां पढ़ें पूरी खबरें…

2. डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा को लेकर पुलिस की पहल शुरू, सतर्कता बरतने के दिए ये अहम निर्देश

रायगढ़ पुलिस ने डॉक्टरों और चिकित्सा स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में सभी थाना क्षेत्रों में स्थित शासकीय और निजी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है तथा कार्यरत मेडिकल स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों सुरक्षा संबंधी निर्देश दिए जा रहे हैं।