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मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज, इस मंत्री का नाम लगभग तय, तो विधायक पर बनाया जा रहा दबाव

CG Politics: साय मंत्रिमंडल में मंत्रियों के 2 पद रिक्त हैं। हरियाणा फार्मूला लागू किया जाता है, तो संख्या बढ़कर 3 हो सकती है। बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं।

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CG Politics: साय सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें फिर से तेज हो गई है। क्योंकि, गुरुवार की शाम को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजभवन में राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात की। इस वजह से ही मंत्रिमंडल में विस्तार को चर्चा जोर पकड़ ली है। वहीं दूसरी चर्चा यह भी थी कि मुख्यमंत्री ने नए साल की बधाई देने राजभवन गए थे।

CG Politics: इस वक्त मंत्रियों के दो पद रिक्त…

सूत्र बताते हैं कि आने वाले दो-तीन दिनों के भीतर मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है। साय मंत्रिमंडल में इस वक्त मंत्रियों के दो पद रिक्त हैं। हरियाणा फार्मूला यदि लागू किया जाता है, तो इसकी संख्या बढ़कर तीन हो सकती है। बताया जाता है कि करीब हफ्ते भर पहले मंत्रिमंडल विस्तार को अमलीजामा पहनाया जा सकता था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन की वजह से इसे टाल दिया गया।

भाजपा सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के दिल्ली दौरे के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आला नेताओं के बीच रायशुमारी की थी। (chhattisgarh news) दिल्ली में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव और दोनों ही उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा की बैठक हुई थी।

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मंत्रिमंडल विस्तार पर भी लगाई गई मुहर

संगठन चुनाव के मुद्दे पर हुई इस बैठक में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार पर भी मुहर लगाई गई। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी मुलाकात की थी। संभावित मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा में अमर अग्रवाल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।

उनका नाम लगभग तय माना जा रहा है। अमर 14 साल तक मंत्री रह चुके हैं। वे रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं। भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी।

विधायक को मंत्री बनाए जाने का दबाव

CG Politics: शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था। इससे आबकारी राजस्व में वृद्धि हुई थी। अमर अग्रवाल के बाद प्रदेश अध्यक्ष किरण देव की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। वहीं आरएसएस बैकग्राउंड से आने वाले दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव को मंत्री बनाए जाने का दबाव है।

संघ से उनके नाम की पैरवी की खबर है। (chhattisgarh news) साथ ही यादव समाज को साधने के लिहाज से भी मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दिए जाने की वकालत की गई है। वहीं राजेश मूणत, अजय चंद्राकर और सुनील सोनी के नाम भी चर्चाओं में हैं।