
Spike in Coronavirus cases in India raises concern
रायपुर. प्रदेश में फरवरी महीने में नियंत्रण में आता दिख रहा कोरोना वायरस (COVID-19 spreading double speed in CG) अब फिर से अनियंत्रित होने की कगार पर है। इसे आंकड़े पूरी तरह से प्रमाणित कर रहे हैं। फरवरी में जहां रोजाना औसतन 238 मरीज मिले थे, वहीं मार्च में यह आंकड़ा बढ़ता हुआ 310 तक जा पहुंचा है। 8 मार्च के बाद तो हालात तेजी से बिगड़े हैं। औसत 422 मरीज रिपोर्ट हुए हैं। यानी की संक्रमण दोगुनी रफ्तार से पैर पसार रहा है। बावजूद इसके सख्ती के नाम पर शासन-प्रशासन सिर्फ आदेश-निर्देश जारी कर रहा है, तो वहीं लोग कोरोना को हल्के में ले रहे हैं। जानबूझकर नियमों का पालन नहीं कर रहे।
उधर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मान रहे हैं कि कोरोना अब बढ़ रहा है, और अगर इस बार स्थिति बिगड़ती तो संभालना मुश्किल होगा। पहले लोगों में कोरोना को लेकर डर था, मगर आज किसी को कोई डर नहीं है। खतरे को भांपते हुए सोमवार को कोरोना कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में कोरोना कोर कमेटी की बैठक होने जा रही है, जिसमें सैंपलिंग, टेस्टिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग और सीजीएमएससी के अधिकारी भी होंगे। इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को दी जाएगी।
रोजाना 32 हजार टेस्ट होने शुरू
जनवरी और फरवरी में रोजाना 22 से 25 हजार ही सैंपल की जांच हो रही थी। मगर, खतरे को देखते हुए सैंपलिंग और टेस्ंिटग दोनों बढ़ा दी गई है। 13 जनवरी 32,103 टेस्ट हुए हैं। विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले ने अब नियमित 32,000 से अधिक जांच के निर्देश दिए हैं, क्योंकि जितने ज्यादा टेस्ट होंगे उतने अधिक लोगों में संक्रमण की समय पर पहचान की संभावना होगी।
जिलों को तैयारियां रखने के निर्देश
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों खासकर रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव,कोरबा, सरगुजा, बलौदाबाजार समेत सीमावर्ती जिलों में कोरोना के इलाज की पुख्ता तैयारियां रखने के निर्देश दिए हैं। मेडिकल कॉलेज के कोविड19 हॉस्पिटल और आईसीयू की व्यवस्था दुरुस्त करने, ड्यूटी रोस्टर बनाने कहा गया है। ताकि एकाएक मरीज बढ़ें तो इलाज तत्काल मिल सके।
नियमों का खुला उल्लंघन, कोरोना को फ्री एंट्री
अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में मैच देखने रोजाना 10 से 40 हजार तक दर्शक पहुंच रहे। बाजारों में भीड़ सामान्य दिनों के जैसी ही टूट रही। मॉल, सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट खुलें हैं। शादी, सगाई, धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक आयोजनों में बड़ी संख्या में लोग जुट रहे हैं। इन सभी जगहों पर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मगर, कार्रवाई सिर्फ सड़कों पर हो रही है, वह भी कुछ घंटे।
आंबेडकर अस्पताल ने अपने 2 और आईसीयू के ताले खोले
डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के कोविड19 आईसीयू में 7-8 मरीज ही आईसीयू में रहते थे, मगर आज 18-19 मरीज भर्ती हैं। यह संख्या 8 मार्च के बाद से बढ़ी है। पहले 1 आईसीयू का ही इस्तेमाल किया जा रहा था, अब 2 और के ताले खोलकर उनकी साफ-सफाई करवा दी गई है।
डॉ. आंबेडकर अस्पताल के कोविड19 आईसीयू हेड के डॉ. ओपी सुंदरानी ने कहा, जिस प्रकार नवंबर-दिसंबर में हालात थे, स्थितियां वैसी ही बनती दिख रही हैं। यह हमारी लापरवाहियों की वजह से है। आज एक व्यक्ति 5-7 लोगों को संक्रमित कर रहा है। गंभीर मरीजों बढ़ रहे हैं।
इसलिए बिगड़े हालात- कोरोना के विरुद्ध कारगर हथियार मास्क, 2 गज दूरी और हाथ धोने जैसी आदतें हम भूल गए। इसी वजह से वायरस फैल रहा।
रीकॉल- राज्य के पास कोरोना 2.0 से निपटने के संसाधन-
32- कोविड19 हॉस्पिटल। 4275 बेड, 517 आईसीयू, 479 वेंटीलेटर
186- कोविड केयर सेंटर। (अधिकांश बंद। मगर, खोले जा सकते हैं।)
166- क्वारंटाइन सेंटर थे, अब नहीं।
30,419- कुल इतने बेड की व्यवस्था अक्टूबर तक थी।
Published on:
15 Mar 2021 12:15 pm
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