9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

देश में पहली बार कांग्रेस का दफ्तर अटैच, लखमा और बेटे की करोड़ों की प्रॉपर्टी अटैच जद में… पूर्व CM बघेल ने कसा तंज

Chhattisgarh Liquor Scam: प्रदेश में 2161 करोड रुपए के शराब घोटाले में जेल भेजे गए पूर्व आबकारी मंत्री व कांग्रेस विधायक कवासी लखमा तथा उसके पुत्र हरीश की 6 करोड़ 15 लाख 75 हजार रुपए की अचल संपत्ति ईडी ने अटैच की है।

2 min read
Google source verification
कवासी लखमा (फोटो सोर्स- X हैंडल)

कवासी लखमा (फोटो सोर्स- X हैंडल)

Chhattisgarh Liquor Scam: प्रदेश में 2161 करोड रुपए के शराब घोटाले में जेल भेजे गए पूर्व आबकारी मंत्री व कांग्रेस विधायक कवासी लखमा तथा उसके पुत्र हरीश की 6 करोड़ 15 लाख 75 हजार रुपए की अचल संपत्ति ईडी ने अटैच की है। जिन तीन संपत्तियों को ईडी ने अटैच की है, उनमें सुकमा स्थित कांग्रेस भवन की बिल्डिंग भी शामिल है। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर हेमंत के निर्देश पर की गई है। इसका आदेश 11 जून को आदेश जारी किया है।

ईडी के रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय के जोनल ऑफिस द्वारा जारी किए गए आदेश 180 दिनों के लिए प्रभावी रहेगा। इस दौरान अटैक की गई चल अचल संपत्तियों का किसी भी तरह का उपयोग, हस्तांतरण और विक्रय, गिरवी रखना पर प्रतिबंध रहेगा। कवासी लखमा के जिन संपत्तियों को अटैच करने की कार्रवाई की गई है।

इसमें धरमपुरा, विधायक कालोनी स्थित चार करोड़ सात लाख 75 हजार रुपए की लागत से निर्मित बंगला, उनके बेटे हरीश का सुकमा, पुसामी पारा स्थित 1.40 करोड़ का बंगला और सुकमा में 68 लाख की लागत से निर्मित कांग्रेस भवन शामिल है। इनकी संपत्ति पीएमएलए 2002 की धारा 5(1) के तहत अटैच की गई है।

यह भी पढ़े: Tehsildar suspended: तहसीलदार संजय राठौर को कमिश्नर ने किया सस्पेंड, महिला ने की थी ये शिकायत

देश में यह पहला मामला है

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा अब तक जितनी भी संपत्ति अटैच की कार्रवाई की उनमें व्यक्तिगत संपत्ति शामिल है। देश में यह पहला मामला है, जब शराब घोटाला मामले में किसी पार्टी के कार्यालय को अटैच किया है। कांग्रेस भवन कार्यालय को अटैच करने की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ेगी।

गलतफहमी में है भाजपा: भूपेश

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक्स पर लिखा कि, पहले हमारे कार्यकर्ताओं को एजेंसियों से परेशान करवाया, फिर हमारे नेताओं को जेल भिजवाया। जब ये एजेंसियां ओवरटाइम करते-करते थक गईं, कुछ न मिला तो अब हमारे कार्यालयों को बंद करने की शुरुआत आज इन्होंने सुकमा में की है। ध्यान रहे, हमारे हर कार्यकर्ता का घर ही हमारा कार्यालय है। हम चौराहे पर तिरंगा लेकर भी खड़े हो जाएंगे तो सत्य और न्याय की आवाज़ वहीं से बुलंद हो जाएगी।