
Election Results 2024:छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में लोकसभा चुनाव 7 मई को आखरी चरण की वोटिंग के साथ समाप्त हो गया। अब सभी को 4 जून का इन्तजार है। प्रदेश की राजनीति में आदिवासी समाज की दखल जीत-हार का समीकरण बनाने और बिगाड़ने के लिए काफी है। राजनीतिक दल भी इस बात को जानते हैं और समय-समय पर आदिवासी समाज को लेकर अपने दांव भी खेलते रहते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि समाज किसी दल विशेष को महत्व नहीं देता और एकजुटता के साथ मतदान करता है।
इसका फर्क पहले के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में दिखाई देता है। यही वजह है कि इस बार भी लोकसभा चुनाव में आदिवासी क्षेत्र में हुए मतदान को लेकर राजनीतिक दलों की खास नजर है। वैसे छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में आदिवासी क्षेत्रों में भाजपा का दबदबा रहा है। राज्य निर्माण के बाद आदिवासियों के लिए आरक्षित चार सीट में से केवल एक सीट में ही कांग्रेस को जीत मिली है। राज्य में आदिवासियों के लिए बस्तर, सरगुजा, रायगढ़ और कांकेर लोकसभा की सीट आरक्षित है।
विधानसभा 2019 2024
सिहावा 77.30 79.93
संजारी-बालोद 77.84 75.88
डौंडीलोहारा 74.51 74.93
गुंडरदेही 75.67 74.40
अंतागढ़ 69.83 74.99
भानुप्रतापपुर 71.09 76.18
कांकेर 73.93 76.95
केशकाल 74.21 77.11
विधानसभा 2019 2024
कोंडागांव 78.33 75.67
नारायणपुर 67.74 68.46
बस्तर 81.31 83.34
जगदलपुर 77.10 75.52
चित्रकोट 77.19 76.07
दंतेवाड़ा 55.67 67.06
बीजापुर 42.20 43.42
कोंटा 47.23 54.38
विधानसभा 2019 2024
प्रेमनगर 77.10 78.71
भटगांव 75.71 79.78
प्रतापपुर 76.58 80.98
रामानुजगंज 78.06 80.40
सामरी 78.88 81.57
लुण्ड्रा 81.59 84.04
अंबिकापुर 73.93 75.20
सीतापुर 77.86 79.71
विधानसभा 2019 2024
जशपुर 75.16 75.44
कुनकुरी 77.32 77.20
पत्थलगांव 76.49 77.96
लैलूंगा 81.82 84.26
रायगढ 74.07 75.45
सारंगढ़ 75.80 74.66
खरसिया 81.36 83.54
धर्मजयगढ़ 81.96 84.61
कांग्रेस-भाजपा के केंद्र बिंदु में आदिवासी समाज प्राथमिकता से रहा है। यही वजह है कि राज्य निर्माण के बाद कांग्रेस ने आदिवासी मुख्यमंत्री का दांव खेलते हुए पहला मुख्यमंत्री बनाया था। हालांकि उनकी जाति हमेशा से विवादों में रही है। इसके बाद भाजपा 15 साल तक रमन सिंह को मौका दिया। वर्ष 2018 में सत्ता जाने के बाद भाजपा ने अपनी राजनीतिक के केंद्र में आदिवासी समाज को लेकर आया और इस बार विष्णुदेव साय के हाथ में सत्ता की बागडोर सौंपी।
आदिवासी समाज के लिए आरक्षित चार में केवल सरगुजा लोकसभा ही ऐसी सीट हैं, जहां की सभी आठ विधानसभा सीटों पर मतदान का प्रतिशत बढ़ा है। रायगढ़ लोकसभा की आठ में से दो विधानसभा सीटों पर मतदान कम हुआ है। बस्तर की तीन और कांकेर लोकसभा की दो विधानसभा सीट में मतदान का प्रतिशत गिरा है।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में समाज के मतदाता अपना मन बदलते रहते हैं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में सरगुजा लोकसभा की सभी आठ विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा था। इसके बावजूद 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली है। सबसे खास बात यह है कि इस बार परिस्थिति ठीक उलट है। सरगुजा लोकसभा की सभी आठ विधानसभा पर भाजपा का कब्जा है। इस बार यहां से भाजपा ने कांग्रेस से दलबदल कर भाजपा में शामिल हुए चिंतामणि महाराज को प्रत्याशी बनाया है। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी शशि सिंह है। यहां पिछले बार की तुलना में इस बार 2.59 फीसदी अधिक मतदान हुआ है।
लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को जारी होने है। छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में मतदान 7 मई को समाप्त हो गया। पहले चरण में 19 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट पर, दूसरे चरण में 26 अप्रैल को महासमुंद, कांकेर और राजनांदगांव में तीन लोकसभा सीट पर और तीसरे चरण में 7 मई को कोरबा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा, सरगुजा और रायगढ़ में सात लोकसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। बता दें कि, पूरे भारत के लोकसभा सीट समेत छत्तीसगढ़ लोकसभा सीट के परिणाम भी 4 जून को जारी होंगे।
छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में भाजपा-कांग्रेस के बीच महामुकाबला है। एक तरफ भाजपा ने अपने दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी चुने हुए खास दिग्गजों को उम्मीदवार बनाया। रायपुर लोकसभा सीट में भाजपा से वर्तमान मंत्री और रायपुर दक्षिण विधानसभा के विधायक बृजमोहन अग्रवाल उम्मीदवार है, तो दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय मैदान में उतरे है।
बस्तर से भाजपा के दिग्गज नेता महेश कश्यप तो कांग्रेस से कवासी लखमा मैदान में है। महासमुंद लोकसभा सीट से पूर्व विधायक रूपकुमारी चौधरी तो कांग्रेस से ताम्रध्वज साहू उम्मीदवार है। कांकेर से भाजपा के भोजराज नाग और कांग्रेस से बीरेश ठाकुर उम्मीदवार है। राजनांदगांव से वर्तमान सांसद संतोष पांडेय तो कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मैदान में है।
इधर बिलासपुर से भाजपा से तोखन साहू तो कांग्रेस से देवेंद्र यादव मैदान में है। दुर्ग से भाजपा के वर्तमान सांसद विजय बघेल तो कांग्रेस से राजेंद्र साहू है। जांजगीर-चांपा से भाजपा से कमलेश जांगड़े तो कांग्रेस से शिवकुमार डहरिया है। सरगुजा से चिंतामणि महाराज तो कांग्रेस से शशि सिंह है। वहीं रायगढ़ से भाजपा की दिग्गज नेत्री और पूर्व सांसद सरोज पांडेय तो कांग्रेस से ज्योत्सना महंत उम्मदीवार है।
Updated on:
21 May 2024 09:28 am
Published on:
20 May 2024 12:34 pm
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