
Blue Whale Game
रायपुर. कई बच्चों व युवाओं की जान ले चुके ब्लू व्हेल गेम पर पाबंदी को लेकर सरकार सक्त हो गई है। स्कूलों को नोटिस जारी करने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय से भी एक आदेश जारी किया गया है। जिसमें सभी जिलों को पुलिस अधिकारियों को ब्लू व्हेल गेम को सोशल मीडिया पर किसी भी तरह प्रचारित करने वाले के खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश दिए गए हैं।
आदेश में लिखा है कि देश में ब्लू व्हेल गेम चैलेंज गेम खेलने के कारण कई आत्महत्याओं के मामले सामने आए हैं। इसलिए इलेक्ट्र्ानिकी एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विभिन्न सोशल साइट्स जैसे -गूगल भारत, फेसबुक, वाट्सअप, इंस्टाग्राम आदि पर उपलब्ध ब्लू व्हेल गेम तत्काल हटाने के आदेश दिए गए हैंं। आदेश के बाद भी यदि कोई इसका उलंघन करते पाया जाता है और संबंधित गेम का प्रचार करते पाया जाता है तो उसके ऊपर लॉ इंफोर्समेंट एंजेंसी को तत्काल उसके ऊपर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।यदि कोई शख्स ब्लू व्हेल चैलेंज गेम को प्रसारित करते दिखता है तो उसके बारें सूचना मिलती है तो उसके ऊपर आत्महत्या को उकसाने, चोट पहुंचाने जैसे मामलों के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्कूलों को भी जारी हो चुके हैं निर्देश
देशभर में इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही सारे सोशल मीडिया साइट्स से इसे हटाने के आदेश भी जारी किए गए हैं। छत्तीसगढ़ में शिक्शा विभाग ने सभी स्कूलों को पत्र भेजकर आगाह किया गै कि बच्चों के मोबाइल में यह गेम नहीं पाया जाना चाहिए। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन छात्रों को अभिभावकों को भी इसकी सूचना तत्काल दे। ऐसा नहीं करने पर या इसकी शिकायत आती है तो स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।साथ ही इसका प्रचार-प्रसार करते पाए जाने पर जेल की हवा भी खाना पड़ सकती है।
कई बच्चे कर चुके हैं आत्महत्या
ब्लू व्हेल गेम के कारण बच्चे एक तरह से मानसिक रोग की गिरफ्त में आ जाते हैं इसके बाद में पूरी तरह से उस गेम के चंगुल में फंस जाते हैं। इतना ही नहीं गेम को पूरा करने के लिए उन्हें इतना भी होश भी नहीं रहता कि वे इसके कारण अपनी जान भी गंवा सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि ब्लू व्हेल चैलेंज गेम आपराधिक किस्म के लोगों द्वारा फैलाया गया है। इसके जाल में बच्चे फंस रहे हैं। गेम के मनोवैज्ञानिक दबाव के कारण बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। विभिन्न स्रोत से यह पता चला कि इसकी वजह से 130 बच्चों ने खुदकुशी की है। इस वजह से यह जरूरी है कि स्कूल गंभीरता से ध्यान दें।
Published on:
29 Aug 2017 02:48 pm
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
