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नया LPG गैस लेने जा रहे हैं तो जान लीजिए ये बढ़ा हुआ दाम, अब देने होंगे इतने रुपए

अगर आप बढ़े हुए नए दामों से अंजान है तो आपको नया सिलेंडर नहीं मिलेगा।

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CG News

नया LPG गैस लेने जा रहे हैं तो जान लीजिए ये बढ़ा हुआ दाम, अब देने होंगे इतने रुपए

रायपुर/कवर्धा . पेट्रोलियम गैस के कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी ने छत्तीसगढ़ सहित देशभर के उपभोक्ताओं को परेशान कर रखा है। अगर आप बढ़े हुए नए दामों से अंजान है तो आपको नया सिलेंडर नहीं मिलेगा। अब आपको गैस सिलेंडर के लिए 845 रुपए चुकाना पड़ेगा। इस बार तो गैस सिलेंडर की कीमत में सीधे-सीधे 59 रुपए की बढ़ोत्तरी की है। जून तक 7 रुपए मिलने वाले गैस सिलेंडर को उपभोक्ता अब 845 रुपए में खरीदना पड़ेगा।

पिछले 6 माह में 206 रुपए की बढ़ोत्तरी
आम जनता पहले से ही महंगाई से परेशान है। इसके बाद भी हर माह-दो माह में पेट्रोलियम के दाम बढ़ा दिए जाते हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में एक आंकड़े के अनुसार पिछले छह माह की बात करे तो रसोई गैस के कीमत में 206 रुपए तक की बढ़ोत्तरी हुई है।

यानि पिछले छह माह में 30 हजार उपभोक्ताओं को 206 रुपए का अतिरिक्त भार पड़ा है, जिसके कारण उपभोक्ता काफी चिंतित हो चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुख के अनुसार कीमतों में रिवाईज की छूट के बहाने पेट्रोलियम कंपनियों ने पिछले दिसंबर के बाद जनवरी माह में 80 रुपए की बढ़ोत्तरी किए हैं। जनवरी के बाद फरवरी माह में एलपीजी सिलेंडर के दाम में एकमुश्त 67 रुपए की बढ़ोत्तरी कर दी है। वहीं जून के बाद जुलाई में फिर 59 बढ़ा दी गई है। इस प्रकार जनवरी से जून तक कुल 206 रुपए की बढ़ोत्ती हुई है। इससे आम जनता को काफी परेशानी हो रही है।

नहीं मिल रही राहत
वर्तमान में गैस सिलेण्डर 845 रुपए के दाम पर मिल रहा है। वहीं 320 रुपए के आसपास सब्सिडी के रुप में उपभोक्ता बैंक खाते में आते हैं, लेकिन तत्काल भुगतान तो पूरा ही करना पड़ता है। साथ ही जिन्होंने सब्सिडी छोड़ी है उनको तो कोई रियायत ही नहीं मिल रही है। इसके बाद भी समय पर सिलेण्डर नहीं मिल रहा है। बुकिंग कराने पर सप्ताह भर का समय दिया जा रहा है।

परेशान उपभोक्ता
नगर के उपभोक्ता कीमतों में बार-बार बढ़ोत्तरी से परेशान हो चुके हैं। उपभोक्ताओं का अब तो सीधा कहना है कि हर माह दाम बढ़ाने के बजाए सालाना बढ़ा दिया जाए, ताकि उपभोक्ताओं को अपने बजट में बार-बार संशोधन न करना पड़े। हर माह किसी न किसी सामान की कीमत में बढ़ोत्तरी कर दी जाती है, जो सभी के लिए सिरदर्द बनती है। अगर ऐसा ही रहा तो लोगों को आदिम युग की तरह जीवन व्यतीत करना पड़ेगा।