इसके अलावा लव मैरिज के मामले भी काफी आ रहे हैं। महिला थाने में पति-पत्नी के बीच झगड़े की रोज शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसमें शादी हुए 15 दिन भी पूरे नहीं हो पाए हैं। पिछले साल महिला थाने में पति-पत्नी के बीच विवाद की 1900 से अधिक शिकायतें पहुंची थीं। इन शिकायतों में पति-पत्नी के बीच अधिकांश विवाद मोबाइल, सोशल मीडिया, दहेज, नशा और अफेयर (Affair) के चलते हुआ था।
वर्ष 2023 में 127 महिलाओं ने अपने पति और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना (Dowry harassment) का अपराध दर्ज कराया है। दहेज प्रताड़ना के अधिकांश मामले शिक्षित और संभ्रात परिवारों से जुड़े हैं। दहेज प्रताड़ना के अलावा प्रताड़ना और अप्राकृतिक सेक्स के अपराध भी दर्ज कराए गए हैं।
शराब पीकर घर आना, पत्नी से मारपीट-गलौज करना शादी के बाद पत्नी पर दहेज के लिए दबाव बनाना 2-3 साल अफेयर चलने के बाद लव मैरिज करना पति-पत्नी का सोशल मीडिया में ज्यादा समय देना
शादी के बाद पति से महंगे शौक पूरा कराने की इच्छा, बेहतर लाइफ स्टाइल का सपना पूरा न होना शादी के पहले या बाद में अवैध संबंध रखना (ललित जोबनपुत्रा, काउंसलर, महिला थाना)
वर्ष 2023 में महिला थाने में पति-पत्नी के बीच विवाद के कुल 1990 मामले सामने आए। इनमें से 691 मामलों को न्यायालय भेजा गया। बाकी के मामलों को काउंसलिंग के जरिए सुलझाया गया। इससे पति-पत्नी के रिश्ते नहीं टूट पाए। वर्ष 2022 में 2103 शिकायतें हुई थीं। इनमें से 1040 लोगों के रिश्तों को टूटने से बचाया गया। 857 मामलों को न्यायालय भेजा गया। 128 महिलाओं ने अपने पति और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराया।
रायपुर प्रदेश के महिला थाना की टीआई वेदवती दरियो ने कहा कि थाने में पति-पत्नी में विवाद की शिकायतें आती हैं, तो पूरी कोशिश करते हैं कि उनका रिश्ता न टूटे। तीन स्तर की काउंसलिंग कराई जाती है। इस दौरान दोनों पक्षों की शिकायतों को सुनकर उनका समाधान किया जाता है। इस दौरान महिलाओं के साथ अन्याय के बारे में पता चलता है, तो उनकी शिकायत के आधार पर कानूनी कार्रवाई भी की जाती है।