
नवरात्र और जीएसटी की छूट (Photo source- Patrika)
Navratri Shopping 2025: छोटी दुकानों में पुरानी दर और शॉपिंग मॉल एवं बड़ी दुकानों के साथ होलसेल बाजार में मिली छूट के चलते पहले दिन जमकर खरीदी हुई। नए स्लैब के चलते रायपुर जिले में 70 करोड़ और प्रदेश भर में करीब 160 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। इसमें सबसे ज्यादा ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा और घरेलू उपयोग का सामान और ग्रोसरी शामिल है।
नवरात्र के पहले दिन सोमवार को हर सेक्टर में उम्मीद से ज्यादा ग्राहकी को देखते हुए कारोबारी भी खुश हैं। उनका कहना है कि इस बार नवरात्र में 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो सकता है। ग्राहकों को लुभाने के लिए छूट के साथ आकर्षक गिफ्ट, हैंपर स्क्रैच कॉर्ड और इनामी कूपन भी दिए जा रहे हैं।
साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट, जीवन रक्षक दवाइयां, डायग्नोस्टिक किट, चिकित्सा उपकरण, डेयरी प्रोडेक्ट, पैकेज्ड फूट में घी, मक्खन, पनीर को 5 और शून्य फीसदी कर दिया गया है। इन पर 12 प्रतिशत टैक्स दोपहिया, कार, फ्रिज, एसी, वॉशिंग मशीन, मिक्सर सहित अन्य सामान को 18 से घटाकर 12 फीसदी किया गया है। इसके चलते खरीदारों को कीमतों में 10 फीसदी तक का लाभ मिल रहा है।
जीएसटी रिफॉर्म में कारोबारियों और निर्माताओं को बड़ी राहत दी गई है। उन्हें अब पुराने के साथ नया एमआरपी नहीं लिखना लिखना पड़ेगा। चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के उपाध्यक्ष चेतन तारवानी ने बताया कि 9 सितंबर के सर्कुलर के अनुसार कारोबारियों को पुराना और नया एमआरपी दोनों दिखाना अनिवार्य था। लेकिन, 18 सितंबर के संशोधन में इसे ऐच्छिक कर दिया गया है।
कारोबारी चाहे तो नया एमआरपी लगा सकते हैं। लेकिन, निर्माता और पैकिंग करने वाले व्यापारी अपने रिटेल डीलर्स को पत्र या सर्कुलर के माध्यम से नई दरों की जानकारी अवश्य देंगे। पुराने स्टाक को 31 मार्च 2026 कर विक्रय कर सकते हैं।
Navratri Shopping 2025: भिलाई टाउनशिप निवासी हरीश सावल ने बताया कि सामान्य उत्पादों पर छूट मिली है। हमने एक बड़े स्टोर से सामान खरीदा। यहां कुछ पुराने प्रोडक्ट्स थे, जिनमें पुरानी दरों से जीएसटी दर्ज था। सुपर बाजारने नई दरों को ग्राहकों को समझाने के लिए अलग से पैकेट पर चिट चिपकाई ताकि विवाद न हो।
घी खरीदने पर जीएसटी की अच्छी छूट मिली। इसी तरह लोकेश प्रधान ने बताया कि घी, पाउडर और कॉस्मेटिक में छूट मिली है। कारों से जीएसटी कम किया है, जो कि हर किसी के बस की बात नहीं है। राशन, दाल, चावल, तेल में जीएसटी कम करने से मध्यम वर्ग को ज्यादा लाभ मिलता।
तेजराम साहू ने बताया कि जीएसटी स्लैब के कम होने पर दैनिक उपयोग के सामान की जमकर खरीदी की। हर प्रोडेक्ट पर जीएसटी की छूट का लाभ उसे मिला। जरूरत से ज्यादा सामान खरीदा। करीब 1500 रुपए का सामान खरीदने पर 100 रुपए की छूट मिली।
नेहा साहू ने बताया कि कीमतें कम होने के कारण अतिरिक्त सामान की खरीदी की। त्योहारी सीजन में सामान की कीमतें बढऩे की आशंका के चलते ही दो महीने का सामान खरीद लिया। 3000 रुपए का सामान खरीदने पर 200 रुपए तक की छूट मिली।
कार शोरूम के मैनेजर विजय शुक्ला ने बताया टैक्स कम होने के कारण अच्छी ग्राहकी हुई। पहले ही दिन 5 कार की बुङ्क्षकग के साथ ही ग्राहकों को उसकी चाबी सौंपी। साथ ही स्कै्रच कॉर्ड में श्योर गिफ्ट भी दिया गया। 30000 से 50 हजार रुपए की छूट ग्राहकों को मिली।
एक बड़े मार्ट में खरीदी करने पहुंचे अंकुश विश्वकर्मा ने बताया कि खरीदी करते समय कीमतों में अंतर देखने को मिला। खास तौर पर डेयरी प्रोडेक्ट पर सबसे ज्यादा छूट मिली। साबुन, वॉशिंग पाउडर और कुछ अन्य सामान में छूट मिली है। दैनिक जरूरत के सामान की खरीदी की।
Navratri Shopping 2025: नेहरू नगर भिलाई के दीप आकाश पांडेय ने बताया कि 1750 रुपए के सामान की खरीदी करने पर नई दर से करीब 105 रुपए बचाए। यह छूट सिर्फ लिमिटेड प्रोडक्ट्स पर भी दी गई है, जिसे बहुत से अन्य प्रोडक्ट्स में भी कम किया जा सकता था। मुख्य राशन में बहुत फर्क नहीं आया। त्योहार के हिसाब से यह थोड़ी राहत पहुंचा सकती है, मगर इसके बाद स्थिति ज्यों की त्यों रहेगी।
Published on:
23 Sept 2025 09:09 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
