
तहसीलदार को पटवारियों का काम, फिर भी नहीं बन रहे आय-निवास
Chhattisgarh News: रायपुर। पटवारी संघ के बेमुद्दत हड़ताल को देखते हुए राज्य शासन ने सख्त कदम उठाया है। पटवारियों की आईडी ब्लॉक करके नायब तहसीलदार और तहसीलदारों को अधिकृत किया गया है, लेकिन रेकॉर्ड पटवारी हल्का में सबसे अधिक होता है।आय- निवास प्रमाण पत्र के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
खसरा, बी-1 में त्रुटि सुधार, किसी रकबे का अभिमत, अभिलेख दुरुस्ती और आय प्रमाण-पत्र जैसे कामों के लिए लोग परेशान हैं। क्योंकि ओजिनल (cg news) रेकॉर्ड हल्का पटवारियों के पास होता है। सिर्फ 30 प्रतिशत ही राजस्व से संबंधित काम ऑनलाइन होता है।
अधिकारियों से नहीं हो रहा पटवारियों का काम
हालांकि रायपुर अनुभाग के राजस्व अधिकारियों के अनुसार पटवारियों की आईडी पर काम करने की प्रक्रिया तहसील ऑफिस में शुरू हो गई है। क्योंकि अधिकांश राजस्व प्रकरणों से संबंधित रेकॉर्ड हल्का पटवारी के पास होता है। यदि नायब तहसीलदार और तहसीलदार कोई आदेश जारी करते हैं, तो ओरिजनल राजस्व रेकॉर्ड देखकर ही पटवारी किसी (raipur news) व्यक्ति का नामांतरण या कोई सुधार करते हैं। ऐसे में पटवारियों का काम अधिकारियों से संभव नहीं हो पा रहा है।
सख्ती से निपटने जैसा कदम की निंदा, उग्र आंदोलन का ऐलान
राज्य शासन ने पटवारियों की आईडी ब्लॉक कर एस्मा लगा दिया है। इस फैसले की कर्मचारी नेताओं ने निंदा की है। साथ ही जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया।
कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने कहा कि छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ की हड़ताल 15 मई से जारी है, परंतु इस दौरान अधिकारियों द्वारा कोई चर्चा नहीं की गई और सीधे दमनात्मक कार्रवाई करना लोकतंत्र में उचित नहीं है। मुख्यमंत्री के बयान के बाद नवा रायपुर में पटवारी संघ के सभी जिलों के अध्यक्षों की बैठक हुई है, जिसमें एकमत से आंदोलन को और तीव्र करने का ऐलान किया है। साथ ही संघ के प्रदेश अध्यक्ष भागवत कश्यप की उपस्थिति में यह लिया गया। मुख्यमंत्री से हठधर्मिता से नहीं बल्कि संवेदना के साथ समस्या का निराकरण करने का आग्रह भी किया है।
ऋण पुस्तिका भी नहीं बन रही
पटवारियों की हड़ताल की वजह से लोग जमीन, मकान खरीदने के बाद ऋण पुस्तिका नहीं बनवा पा रहे हैं। क्योंकि जब तक ओरिजनल रेकॉर्ड से मिलान कर पटवारी सत्यापन नहीं करते हैं, तब तक ये काम होता नहीं है। ऐसे में नायब और तहसीलदारों के सामने संकट है। बुधवार को कई लोगों को तहसील ऑफिस से खाली हाथ लौटना पड़ा। कई लोग आय प्रमाण-पत्र के लिए भी अर्जी लगाया है। वह भी पटवारी ही बनाते हैं।
राजस्व विभाग के सचिव का आदेश प्राप्त हो गया है। सभी नायब तहसीलदार और तहसीलदार पटवारी आईडी पर काम करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दिए हैं, परंतु राजस्व रिकॉर्ड तो पटवारियों के हल्के में ही होता है।
- देवेंद्र पटेल, एसडीएम रायपुर
Published on:
08 Jun 2023 12:11 pm
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