CG Ration: लोगों का सस्ते चावल से मोहभंग हो रहा है। यही वजह है कि राशन दुकानों से मिलने वाले सस्ते चावल को भोजन में शामिल करने बजाय कई लोग इसे दोगुनी कीमत में बेच रहे हैं। राशन दुकान से कई लोग 10 रुपए किलो में चावल खरीदते हैं। इसके बाद किराने की दुकान या राइस मिलरों के एजेंटों को 20 रुपए किलो में बेच रहे हैं।
ऐसा शहर के अधिकांश राशन दुकानों से हो रहा है। इस पर रोक नहीं लग पा रही है। उल्लेखनीय है कि लोगों को सस्ते में चावल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अलग-अलग श्रेणी के राशन कार्ड बनाए गए हैं, जिसमें मुफ्त और 1 किलो रुपए से लेकर 10 रुपए तक में राशन दुकानों से चावल दिया जा रहा है। अब इन चावलों राशन दुकान से लेकर मिलरों के एजेंटों को बेच जा रहा है।
राशन दुकानों का चावल खरीदने वालों का बड़ा रैकेट है। सस्ते में सरकारी चावलों को खरीदने के बाद राइस मिलर या चावल की पैकेजिंग करने वालों को बेच देते हैं। इसमें कई लोग सक्रिय हैं। कुछ लोग तो सीधे राशन दुकान के पास ही हितग्राहियों से चावल खरीद लेते हैं। इसके बाद इन चावलों को पॉलिस करके या पोहा मिलों में अधिक कीमत पर बेच देते हैं। रायपुर जिले में 697 राशन दुकान हैं। हर दुकान से करीब 200 उपभोक्ता जुड़े हैं, जिन्हें अलग-अलग योजनाओं के तहत चावल व अन्य चीजें मिल रही हैं।
योजना चावल की मात्रा(किलो में)
एएवाय-एनएफ 937300
पीएचएच-एनएफ 688805
एएवाय-सीजी 1435700
पीएचएच-सीजी 1897711
एपीएल 3728370
राशन दुकानों से मिलने वाले चावल की हल्का क्वालिटी
कई राशन दुकानों से साफ चावल का नहीं मिलना
समय पर चावल नहीं मिल पाना
सरकारी चावल का आसानी से बिक जाना
रायपुर जिले में बीपीएल, एपीएल व अन्य योजनाओं के तहत बने राशन कार्डों को मिलाकर कुल 6 लाख 16 हजार 562 राशन कार्ड हैं। इनमें से एपीएल वाले कई लोग राशन दुकानों से चावल नहीं लेते हैं, लेकिन नाम से चावल आवंटित होता है। इस चावल का भी बड़े पैमाने पर घालमेल किया जाता है।
Updated on:
08 Nov 2024 08:34 am
Published on:
08 Nov 2024 08:33 am