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Sushasan Tihar 2025: सुशासन तिहार का दूसरा चरण शुरू, सरकार की योजनाओं से मिला गरीबों को लाभ…

Sushasan Tihar 2025: रायपुर आरंग में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के माध्यम से प्रदेशवासियों के लिए संवाद से समाधान की पहल की है।

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Sushasan Tihar 2025: सुशासन तिहार का तीसरा चरण आज से, CM साय करेंगे जनता से सीधा संवाद

Sushasan Tihar 2025: छत्तीसगढ़ के रायपुर आरंग में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के माध्यम से प्रदेशवासियों के लिए संवाद से समाधान की पहल की है। तीन चरणों में आयोजित सुशासन तिहार का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। इसमें लोगों से मिले आवेदनों का मिशन मोड में निराकरण किया जा रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. संदीप जैन ने बताया कि यह सरकार की पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसहभागिता को प्रोत्साहित करने की सार्थक पहल है।

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Sushasan Tihar 2025: पालिका में आए आवेदनों का हुआ त्वरित निराकरण

यह न केवल सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह नागरिकों और सरकार के बीच विश्वास की मजबूत नींव भी रखता है। सुशासन तिहार में डिजिटल तकनीकों का उपयोग नागरिकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सरल, त्वरित और प्रभावशाली बना रहा है। इसी तारतय में नगर पालिका परिषद आरंग में सुशासन तिहार में आये राशन कार्ड संबंधित आये आवेदनो की अतिशीघ्र निराकरण किया गया व कार्ड संबंधित लोगों को डॉ. संदीप जैन अध्यक्ष नगर पालिका परिषद द्वारा राशन कार्ड वितरित किया गया।

साथ ही जनपद पंचायत आरंग के अध्यक्ष प्रतिनिधि मुरली साहू को उनके पुत्री दाक्षि साहू का जन्म प्रमाण पत्र बना कर प्रदान किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका आरंग के उपाध्यक्ष हिरामन कोसले एवं पार्षद नरेन्द्र लोधी, संतोष लोधी, पार्षद प्रतिनिधि राकेश सोनकर, वि₹म परमार, खिलेश धुरंधर सहित स्टाफ उपस्थित थे।

आवास योजना का अपात्र भी उठा रहे लाभ

वहीँ सिलयारी के गरीब आवासहीन के लिए एक प्रधानमंत्री आवास योजना ऑनलाइन आवेदन पर अपात्र लोगों को भी लाभ मिलता जा रहा है। वहीं पात्र योजना से ज्यादातर अभी भी वंक्षित है। मामला औद्योगिक क्षेत्र के आसपास गांवों का है। सही मायने में अगर देखा जाए तो लोग अमीर होकर भी मवेशियों के लिए तबेले का फायदा उठाकर सामने रहकर भी आनलाइन फोटो खिंचवाने फार्म भरने से नहीं चुक रहे हैं।

क्योंकि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभार्थी बनना है। वहीं सर्वे करने वाले ऐसे मामलों से अनजान हैं जो दिखाया जाता है उसे ही आडिट रिपोर्ट में दर्शाया जाता है। बिना जांच पड़ताल किए यहां तक जियो आडिट रिपोर्ट में जिस कच्चे घर को तोड़कर पक्का मकान निर्माण कार्य किया जाना है वहां निर्माण कार्य न कराकर कहीं और निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है।

और उस पुराने मकान को घर के अन्य सदस्यों के नाम पर आवास योजना आनलाइन आवेदन किया जा रहा है। अवैध प्लाटिंग की जमीन लेने वाले भी सुशासन त्योहार पर भारी संया में आवास योजना के लिए आवेदन किया गया है और जो लोग पात्र हैं उनका अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। गांव में शासन द्वारा जो सर्वे में पहुंचने वाले इस बात से अनजान हैं।

आवेदनों का हुआ त्वरित निराकरण

अपात्र लोगों का गांव के कुछ लोग सहयोग कर रहे हैं ऐसे में क्या केंद्र सरकार की योजनाओं का गरीब तबके के लोगों को लाभ मिलेगा या इसी तरह गरीब लोगों का मजाक बनाया जायेगा। कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका आवेदन और आवास योजना की लिस्ट में शामिल है लेकिन उनका पहले से ही पक्का मकान सर्व संपन्न है जोकि किराए पर मकान दे रखा है।

सर्वे करने वाले इस बात से अनजान हैं क्योंकि उसे कच्चा मकान दिखाने का काम किया जा रहा है। ऐसे में यह देखना है कि क्या अपात्र लोगों को आवास निर्माण का लाभ मिलेगा या पात्र को क्योंकि यह सीधा प्रधानमंत्री आवास योजना का दुरपयोग हो रहा है कुछ लोग यह भी कहते सुना गया है सरकार का पैसा जायेगा जनता का भला हो जाएगा।