
फसल की आवक कम
रायपुर। Chhattisgarh News: प्रदेश में विधानसभा चुनाव और राजनीतिक दलों की घोषणा पत्रों की वजह से सोसाइटियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या काफी कम है। हालांकि चुनाव होने के बाद धान बेचने वाले किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके बावजूद अभी तक 7.25 फीसदी किसानों ने ही अपना धान बेचा है।
प्रदेश में इस बार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए 26.87 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है। मंगलवार तक 1 लाख 94 हजार 992 किसानों ने ही अपना धान बेचा है। इन किसानों से सरकार ने 1 लाख 33 हजार 928 मीट्रिक टन धान खरीदा है। सरकार ने अब तक 7 लाख 75 हजार 689 मीट्रिक टन धान खरीदी है। जबकि सरकार ने इस बार 130 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। बता दें कि राज्य सरकार पंजीकृत किसानों ने 31 जनवरी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करेगी। सरकार ने धान खरीदी के एवज में अब तक किसानों को 1924.95 करोड़ रुपए की राशि जारी की है।
धान की अधिक कीमत मिलने की उम्मीद
चुनाव में कांग्रेस ने किसानों को इनपुट सब्सिडी के साथ 3200 रुपए प्रति क्विंटल और भाजपा ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल देने का वादा किया है। चुनाव के नतीजे 3 दिसम्बर को आएंगे। माना जा रहा है कि नई सरकार का गठन 10 दिसम्बर के पहले हो जाएगा। ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि नई सरकार अपने वादे के मुताबिक राशि देगी। यही वजह है कि फिलहाल किसान धान बेचने में जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं।
Published on:
22 Nov 2023 04:24 pm
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