
Vande Bharat Train: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में ज्यादा किराए की वजह से वातानुकूलित वंदेभारत ट्रेन यात्रियों के उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। बता दे कि अकसर रेलवे में यात्रा करने वाले लोगों को, खासतौर से लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों को वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (Vande Bharat Sleeper Train) का कई दिनों से इंतजार है। पहले बिलासपुर से नागपुर के बीच 16 कोच के साथ शुरू हुई थी, जिसमें से 8 कोच कम करने पड़े हैं। क्योंकि, यात्रियों की आवाजाही बहुत कम थी। ऐसे में अब रेल मंत्रालय लंबी दूरी की स्लीपर कोच वंदेभारत ट्रेन चलाने के प्लान पर आगे बढ़ रहा है। स्लीपर कोच बेंगलुरु में तैयार किए जा रहे हैं।
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने रविवार को बेंगलुरु कारखाना में जायजा लेते हुए जारी बयान में कहा कि वंदे भारत ट्रेन की तरह वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के कोच भी स्वदेशी तकनीक से किए जा रहे है। वंदे जिसमें पैसेंजर सेफ्टी के साथ लोको पायलट और अटेंडेट्स के लिए अच्छी सुविधाएं होंगी। साथ ही, यह ट्रेन टक्कर रोधी कवच प्रणाली से लैस है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की डिजाइन और इंटीरियर काफी आकर्षक हैं।
यात्री सुविधाएं जैसे इस ट्रेन में यूएसबी चार्जिंग, रीडिंग लाइट, ट्रेन के अंदर एनाउंसमेंट सिस्टम और विजुअल इन्फॉर्मेशन प्रणाली, इनसाइड डिस्प्ले पैनल और सिक्योरिटी कैमरे व मॉड्यूलर पैंट्री की सुविधा रहेगी। दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय की व्यवस्था रहेगी। फर्स्ट एसी कोच में गर्म पानी के शॉवर की सुविधा मिलेगी।
इस ट्रेन को देश के विभिन्न रेल मार्गों पर चलाने का निर्णय रेल मंत्रालय ने लिया है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को लंबे रेल रूट्स पर चलाने का ट्रायल जल्द होने का दावा रेल मंत्री ने किया है। उन्होंने बेंगलूरु में उत्पादन इकाई में कार्यरत कर्मचारियों से भी बातचीत की। ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील ट्रेनसेट, स्वचालित बाहरी यात्री दरवाजे, सेंसर आधारित इंटर कम्युनिकेशन डोर, सामान रखने के लिए बड़ा लगेज रूम जैसे सुविधाओं वाले कोच होंगे। ट्रेन के स्पीड की क्षमता 160 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है।
भारतीय रेलवे द्वारा बनाए गए ट्रेनसेट उच्चतम अग्नि सुरक्षा मानकों से लैस है, जो कड़े EN45545 HL3 ग्रेड आवश्यकताओं को पूरा करता है. वंदे भारत स्लीपर संस्करण का उपयोग देश में लंबी दूरी की रेल यात्रा के लिए किया जाएगा. इसमें 16 कोच हैं, जिनमें 11 एसी थ्री-टियर, चार एसी टू-टियर और एक एसी फर्स्ट क्लास शामिल हैं. 11 एसी थ्री-टियर कोच में कुल बर्थ की संख्या 611, 4 एसी टू-टियर कोच में 188 और एसी फर्स्ट क्लास कोच में 24 होगी. ट्रेनसेट 160 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने के हिसाब से बनाई गई है.
Updated on:
02 Sept 2024 11:16 am
Published on:
02 Sept 2024 11:01 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
