
दो साल बाद महावीर जन्म कल्याणक पर मंदिरों में दिखेगा उत्साह
रायसेन. विगत दो सालों से लॉकडाउन और कोरोना के कारण धार्मिक आयोजनों में लोग उत्साह से शामिल नहीं हो पा रहे थे। मगर इस बार जैन अनुयायियों के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्मोत्सव आज जिलेभर में धूम-धाम से मनाया जाएगा। जिला मुख्यालय पर श्री पाŸवनाथ दिगंबर जैन मंदिर से विमान उत्सव का कार्यक्रम सुबह 7:30 प्रारंभ होगा। व्यवस्थापक राकेश जैन ने बताया कि भगवान के सारथी टीम ए पाŸवनाथ के वरिष्ठ सदस्य कुंदन लाल जैन एवं अरुण जैन बनेंगे। यह शोभायात्रा पाŸवनाथ दिगंबर जैन मंदिर से प्रारंभ होकर प्रमुख मार्गों से होते हुए वापस मंदिर पहुंचेगी। शोभायात्रा के बीच पडऩे वाले उचित स्थानों पर पक्षियों के लिए जल पात्र टांगे जाएंगे। जैन समाज के घरों के आगे रंगोलियां बनाई जाएंगी। जगह-जगह श्री जी की आरती की जाएगी।
चांदी के विमान में निकलेंगे भगवान
बाड़ी. भगवान महावीर स्वामी का जन्मोत्सव आज धूम-धाम से मनाया जाएगा। जिसके लिए समाज ने बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। मुख्य आयोजन बाड़ीकलां स्थित प्राचीन मंदिर में किया जाएगा। जैन समाज के अध्यक्ष प्रदीप जैन ने बताया कि इस मौके पर चांदी के विमान में भगवान को विराजित कर चल समारोह निकाला जाएगा। जिसमें डीजे, घोड़े भी शामिल होंगे। ड्रोन से पुष्प वर्षा की जाएगी। यह आयोजन सकल दिगंबर जैन समाज कमेटी के द्वारा किया जा रहा है। जिसके अध्यक्ष प्रदीप जैन, उपाध्यक्ष दशरथ, महामंत्री सुमित जैन, कोषाध्यक्ष जिनेश जैन एवं आनंद जैन हैं।
वृद्ध आश्रम में फल वितरण करेंगे
इस अवसर पर भगवान महावीर की शोभायात्रा के बाद मंदिर में महावीर स्वामी का अभिषेक एवं शांति धारा की आएगी तथा फूलमाल का कार्यक्रम संपन्न होगा। इसके बाद समस्त दिगंबर जैन समाज शहर में स्थित वृद्ध आश्रम जाकर फलों का वितरण करेगा।
मानवीय द्वंद्वों के निराकरण का साधन है कथा. सुरेंद्र शास्त्री
उदयपुरा. निकटस्थ ग्राम गायव्यान में श्रीवास्तव परिवार द्वारा आयोजित हनुमान जयंती महोत्सव में रामकथा कहते हुए पंडित सुरेंद्र शास्त्री ने बताया कि मानव जीवन के विविध द्वन्द्वों का निराकरण का साधन राम कथा ही है। जिनके भीतर भ्रम या द्वंद्व पैदा हुए वे सभी कथा की शरण में ही गए हैं। उन्होंने शनि भगवान की कथा के माध्यम से विस्तार से बताया कि उनका द्वन्द्व भी जब शांत नहीं हुआ तो शरीर त्यागना पड़ा। बाद में पार्वती के रूप में कथा सुनने का आग्रह किया। रामचरित मानस का सुन्दर कांड विशेष रूप से भ्रम निवारक कांड ही है। उन्होंने कहा कि हनुमान जी महाराज ने कथा की प्रमाणिकता सिद्ध करने के लिए ही लंका की यात्रा की है।
जामवंत के वचन सुहाये का अर्थ यही है कि हनुमान जी को आज अच्छा लगा की भगवान की कथा प्रत्येक प्राणी के भ्रम, भय और दुष्कर्म का निवारण करके उसे परम कल्याण तक ले जा सकती है। क्षेत्र के कई श्रद्धालु कथा का लाभ ले रहे हैं। यह कार्यक्रम हनुमान जयंती 16 अप्रेल शनिवार तक प्रसारित होगी। कार्यक्रम के आयोजक राजेंद्र श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, कमलेश श्रीवास्तव, एसएल श्रीवास्तव, रङ्क्षवद्र श्रीवास्तव हैं।
Published on:
14 Apr 2022 12:03 am
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