ग्राम मुक्तापुर निवासी 25 वर्षीय हेमराज पुत्र भाव सिंह राजगौड़ बड़े भाई 27 वर्षीय चरण सिंह और एक अन्य साथी 30 वर्षीय मांगी लाल पुत्र मुन्नी लाल आदिवासी के साथ सुबह लगभग 8:15 बजे डीजल लेने मोटर साइकिल से सलामतपुर आ रहे थे।
वह जैसे ही पेट्रोल पंप की ओर मुड़े तभी उनके पीछे तेज रफ्तार से आ रही इनोवा कार क्रमांक एमपी 04 बीसी 2336 ने बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। कार की टक्कर से तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
समय पर नहीं पहुंची एम्बुलेंस
एम्बुलेंस को सूचना देने के बाद जब काफी देर तक वह नहीं आई तो घायलों को ऑटो से स्थानीय अस्पताल लाया गया। जहां घायल चरण सिंह की मौत हो गई। घायलों को जब अस्पताल से रेफर कर सांची ले जाया जा रहा था तब रास्ते में चरण के भाई हेमराज ने भी दम तोड़ दिया।
घायल मांगीलाल की हालत नाजुक
घायल मांगीलाल की हालत नाजुक देख डाक्टरों ने उसे भोपाल रेफर कर दिया। बताया जाता है कि मृतक चरण सिंह सिरोंज के पास धापू गांव में रहता है। वह मुक्तापुर में अपने छोटे भाई हेमराज से मिलने आया था।
गुरुवार को चरण सिंह वापस अपने गांव जा रहा था और इसीलिए हेमराज डीजल भरवाने के साथ उसे ट्रेन पर छोडऩे के लिए भी आ रहा था। लेकिन रास्ते में यह हादसा हो गया। मौत की खबर से उनके घरों में मातम पसर गया।
मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। बताया जाता है कि मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। उनके परिवारों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।
आश्वासन मिलने के बाद गुस्सा हुआ शांत
चक्काजाम के दौरान मौके पर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह, एसडीएम एमपी बरार, तहसीलदार सुशील कुमार, एसडीओपी मुकेश चौबे ने किसी तरह आक्रोशित भीड़ को शांत किया।
डेढ़ घंटे किया चक्काजाम
सड़क हादसे में दो भाइयों की मौत से आक्रोशित लोगों ने मृतकों के शव सड़क पर रखकर जमकर हंगामा किया। सड़क पर जमा लोगों की भीड़ से भोपाल-विदिशा मार्ग पर लंबा जाम लग गया। इससे लगभग तीन किमी दूर तक दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गईं।
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को जाम समाप्त कराने में काफी मशक्कत करना पड़ी। चक्काजाम कर रहे लोग अस्पताल में समय पर उपचार नहीं मिलने से युवकों की मौत होने तथा विलंब से एंबुलेंस आने को लेकर आक्रोशित थे।
हादसे में दोनों भाइयों की मौत की खबर सुनकर अस्पताल के बाहर जमा लोग भड़क गए। महिलाओं ने अस्पताल में पथराव शुरू कर दिया, पथराव से अस्पताल के गेट पर लगे कांच सहित अन्य सामान टूट गया।
सुशील कुमार, तहसीलदार रायसेन
रमेश रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर