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धोखाधड़ी: रुपए-ज्वैलरी लेकर भाग रही लुटेरी दुल्हन को ट्रेन में पकड़ा

कुंभराज के किशनपुरा गांव के युवक से 70 हजार में की थी शादी, उज्जैन से चलती है गैंग

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ब्यावरा। 70 हजार में शादी कर सात दिन बाद ही पति और ससुराल वालों को चकमा देकर भाग रही लुटेरी दुल्हन को शुक्रवार को बीना-नागदा ट्रेन से पकड़ा गया। घटना का पता चला तो शादी करने वाले युवक के भाई ने उसका पीछा किया और विवाद करने लगा, तब जाकर पूरी घटना पता चल पाई।
दरअसल, जीआरपी ब्यावरा की टीम ने एक युवक और युवती को विवाद करते सिंदूरिया स्टेशन से पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि किशनपुरा (कुंभराज) के विजय मीणा ने सात दिन पहले उज्जैन के सिंधी कॉलोनी निवासी राधिका पिता सुनील ठाकुर (१८) से की थी। उससे शादी कुंभराज के ही एजेंट ने करवाई। 70 हजार रुपए में शादी करने का सौदा हुआ, युवती के साथ आए गोलु ठाकुर ने तीन किश्तों में रुपए लिए।

शुक्रवार को युवती अपने पति के घर से ज्वैलरी और कुछ नगदी लेकर भाग निकली। कुंभराज से बीना-नागदा पैसेंजर ट्रेन में बैठकर रवाना हो गई। इसकी पूरी भनक विजय के छोटे भाई पिंकू ने उसका पीछा किया और सिंदूरिया स्टेशन पर उसे उतार लिया। वहीं, पर दोनों में मारपीट और विवाद होने लगा। इसके बाद जीआरपी की टीम ने उन्हें पकड़ा और पूछताछ की। युवक के पास एक शपत-पत्र मिला जिसमें शादी होना पाया गया। इस पर जीआरपी ने फिलहाल धारा-१५1 के तहत राधिका और पिंकू दोनों को जेल भेज दिया व अन्य कार्रवाई के लिए विजय को स्थानीय थाने में शिकायत का कहा है।

उज्जैन का गिरोह बीनागंज-कुंभराज तक सक्रिय
शादी करने वाली ऐसी लुटेरी दुल्हनों का एक गिरोह पूरे क्षेत्र में कार्यरत है। इनके एजेंट्स अलग-अलग जगह तैनात हैं, वे पहले लोगों को गुमराह करते हैं और फिर शादी के बहाने लूट लेते हैं। उक्त घटना में पुलिस थाने के पास, कुंभराज में ही रहने वाले रामभरोसे ठाकुर शामिल है, जिसने उक्त युवक-युवतियों की शादी करवाई थी और सौदा 70 हजार में तय हुआ था। घटना के बाद से वह घर से फरार है और मोबाइल भी बंद कर लिया है। बता दें कि अभी तक बैतूल या इसके आस-पास ही ऐसी लुटेरी दुल्हनों का पता चला था लेकिन अब उज्जैन के आस-पास भी ऐसा गिरोह सक्रिय हो गया है, जिससे सावधान रहने की जरूरत है।

शपथ-पत्र से पता चला
हमें युवक-युवती के विवाद की सूचना मिली थी। सिंदूरिया पहुंचे तो वहां मिले शपथ-पत्र के आधार पर पूरी जानकारी मिली। इसी आधार पर हमने धारा-१५१ की कार्रवाई कर दी और जेल भेज दिया है। धोखाधड़ी की कार्रवाई के लिए संबंधित थाने में शिकायत करने का हमने बोला है।
-उमेश मिश्रा, प्रभारी, जीआरपी, ब्यावरा