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RAJGARH NEWS : जिला जेल की महिला की कैदी पॉजिटिव, पचोर की एएनएम और उसकी डॉक्टर बेटी को भी कोरोना

कोविड-19 अपडेट... 4 नये पॉजिटिव, ये अनदेखी पड़ न जाए भारी दो दिन पहले आरटीपीसी-आर सैम्पल देने के बाद कैद रही कैदी, 20 अन्य हिलाएं हैं बैरक में

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RAJGARH NEWS : जिला जेल की महिला की कैदी पॉजिटिव, पचोर की एएनएम और उसकी डॉक्टर बेटी को भी कोरोना

RAJGARH NEWS : जिला जेल की महिला की कैदी पॉजिटिव, पचोर की एएनएम और उसकी डॉक्टर बेटी को भी कोरोना

राजगढ़-ब्यावरा.जैसे-जैसे कोरोना की सैम्पलिंग बढ़ रही है वैसे-वैसे इसके केसेस की पुष्टि भी होती जा रही है। सोमवार देर रात आईआरटीपीसी-आर रिपोर्ट में जिला जेल की महिला कैदी की रिपोर्ट पॉजिटिव आईहै। वह राजगढ़ के बालडिया की रहने वाली है।
इसके अलावा तीन पॉजिटिव केस मंगलवार को सामने आए। इनमें पचोर की एक ४६ वर्षीय महिला एएनएम हैं और उन्हीं की २6 वर्षीय डॉक्टर बेटी में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। खुजनेर के टौन्या गांव का एक 32 वर्षीय युवक भी कोरोना पॉजिटिव आया है। इन्हें सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। जिनमें ज्यादा लक्षण नजर आ रहे हैं उन्हे हाई रिस्क में लेकरे उपचार शुरू किया गया है। खास बात है कि जिस बैरक में महिला कैदी थी वहां 20 अन्य महिला कैदी है। अब एहतियातन जेल प्रशासन ने उनकी भी सैम्पलिंग करवाईहै। इन तीन नये पॉजिटिव को मिलाकर अब 8774 मरीज कोरोना के हो चुके हैं। साथही एक्टिव मरीजों की संख्या बढक़र 23 हो गईहै। 8565 लोग ठीक होकर लौट चुके हैं। रूटीन में होने वाले सैम्पलों की संख्या 1244 है।

रैपिड एंटीजन के किट नहीं, आरटीपीसी-आर की रिपोर्ट तीन दिन में
कोरोना के बढ़ते केसेस के बीच स्वास्थ्य विभाग कितना अलर्ट है आप इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि यहां रैपिड एंटीजन टेस्ट हो ही नहीं रहे। आरटीपीसी-आर की सैम्पलिंग हो रही है जिसकी रिपोर्ट दो से तीन दिन में आ रही। ऐसे में यदि कोई केस पॉजिटिव रहता भी है तो इतने दिन वह संक्रमण फैलाता रहता है। इससे स्पै्रड बढ़ रहा है जिस पर किसी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है। आरटीपीसी-आर से ही रेंडम सैम्पलिंग जारी है वहीं, अन्य जगह सैम्पल देने के बाद संबंधित व्यक्ति बेफिक्र होकर घूम रहे हैं जिससे संक्रमण बढऩे की आशंका रहती है।
अस्पतालों में भी प्रबंध नहीं, सब मरीज शामिल में करा रहे उपचार
जिला और सिविल अस्पतालों में बढ़ते केसेस के बीच भी सतर्कता नहीं बरती जा रही है। हालात ये हैं कि सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार वाले मरीजों के साथही सस्पेक्टेड मरीजों का भी उपचार किया जा रहा है। जिससे संक्रमणबढऩे के और भी चांसेस बढ़ गएहैं। खास बात यह है कि रोजाना बैठक, वीसी करने वाले जिम्मेदार अधिकारी इस और ध्यान नहीं दे रहे। सीएमएचओ सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग केआला अधिकारी भी इसे जमीनी प्रयास करने में नाकाम हैं।
मैं बात करता हूं, सुधारेंगे व्यवस्थाएं
रैपिड एंटीजन यदि नहीं हो रहे हैं तो मैं बात करता हूं।कोविड मरीजों के लिएअलग से वार्ड बनाने की व्यवस्था भी की जाएगी। जो भी कमियां या काम हैं कोविड को लेकर हम उन्हें जल्द से जल्द पूरा करेंगे। संबंधितों को दिशा-निर्देश देकर करवाएंगे।
-हर्ष दीक्षित, कलेक्टर, राजगढ़