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Rajgarh Lok sabha seat: क्या दिग्विजय को हराकर हैट्रिक लगा पाएंगे भाजपा के रोडमल नागर

rajgarh lok sabha chunav result- एमपी ही नहीं देश की हॉट सीटों में राजगढ़ लोकसभा सीट भी शामिल हैं, क्योंकि कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह चुनाव मैदान में है...। अब 4 जून को देखना है कि यह सीट भाजपा के कब्जे से वो छीन पाएंगे या नहीं...।

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rajgarh lok sabha chunav result

राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और भाजपा के रोडमल नागर में हो रहा है मुकाबला।

rajgarh constituency result- मध्यप्रदेश ही नहीं देश की चर्चित सीटों में राजगढ़ लोकसभा सीट भी शामिल हो गई है। राजगढ़ एमपी के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक महत्वपूर्ण सीट है। जबकि पूरे प्रदेश में कुल 29 लोकसभा सीटें हैं। यह लोकसभा सीट इसलिए भी चर्चित है, क्योंकि यहां से कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह चुनाव मैदान में है, जबकि भाजपा के रोडमल नागर तीसरे बार मैदान में है। इस सीट पर दिग्विजय सिंह 1984 में पहली बार सांसद बने थे। 7 मई को तीसरे चरण में यहां मतदान हुआ था, जिसमें सबसे ज्यादा 76.04 प्रतिशत मतदान हुआ।

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दिग्विजय के कारण बन गई हॉट सीट

इस सीट पर 25 साल बाद कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह (digvijay singh) मैदान में है। कभी यह कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। दिग्विजय के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह (lakshman singh) इस सीट से सांसद रह चुके हैं। जब वे भाजपा में चले गए गए थे, तब वे यहां से जीते थे। इस सीट इसलिए भी कांग्रेस की परंपरागत मानी जाती थी क्योंकि 1952 में कांग्रेस ने इस पर 9 बार जीत दर्ज की थी। जबकि भारतीय जनसंघ और भाजपा ने 6 बार जीत दर्ज की थी। दो बार इस सीट को जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने जाता था। एक बार ऐसा हुआ था, जब यहां से एक निर्दलीय ने जीतकर सभी को चौंका दिया था। दिग्विजय ने 1994 में इस सीट को छोड़ा था। भाजपा और कांग्रेस के सामने इस बार चुनौतियां भी हैं। इस लोकसभा सीट के अंतर 8 विधानसभा सीट हैं, जिनमें चांचोड़ा, राघोगढ़, नरसिंहगढ़, ब्यावरा, रागढ़, खिलचीपुर, सारंगपुर और सुसनेर शामिल हैं।

lok sabha election 2019 result-2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के रोडमल नागर चुनाव जीते थे, उन्होंने मोना सुस्तानी को हराया था। हार-जीत का अंतर भी जबरदस्त था। नागर ने 4 लाख 31 हजार वोटों से मोना सुस्तानी को हरा दिया था। रोडमल नागर को 65 फीसदी वोट शेयर के सात 823824 वोट मिले थे। जबकि मोना सुस्तानी को 392805 वोट मिले थे। उनका वोट प्रतिशत 31.15 फीसदी था।

lok sabha election 2014 result- 2014 के चुनाव की बात करें तो रोडमल नागर भाजपा से जीते थे और कांग्रेस ने नारायण सिंह अमलाबे को मैदान में उतारा था, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार को 2.28 लाख वोटों के अंतर से पराजय मिली थी। रोड मल नागर को 59.03 वोट प्रतिशत के साथ 596727 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के अमलाबे नारायम सिंह को 36.41 फीसदी के साथ 367990 वोट मिले थे।

lok sabha election 2009 result-2009 की बात करें तो यहां कुल मतदाता 1261062 थे। उस समय कांग्रेस के नारायण सिंह अंबलाबे ने 319371 वोट हासिल किए थे। कुल मतदाताओं का समर्थन 25.33 फीसदी था, जबकि चुनाव में 49.11 प्रतिशत वोट डाले गए थे। जबकि भाजपा की ओर से लक्ष्मण सिंह उम्मीदवार बनाए गए थे, जिन्हें 294983 मतदाताओं का साथ मिला था। यह कुल वोटरों का 23.39 प्रतिशत था। कुल वोटों का प्रतिशत 45.36 प्रतिशत था। लोकसभा चुनाव 2009 में हार-जीत का अंतर 24388 था।

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इसलिए भी चर्चित रहता है राजगढ़

राजगढ़ लोकसभा सीट इसलिए भी प्रसिद्ध है, क्योंकि इस क्षेत्र में कई ऐतिहासिक इमारतें और प्रसिद्ध मंदिर हैं। नरसिंहगढ़ शहर को मालवा का कश्मीर कहा जाता है। यहां का किला भी रहस्यमय है, जो पर्यटकों के लिए कौतुहल का विषय बना रहता है। यहां पर प्राचीन टोपिला महादेव, पशुपतिनाथ मंदिर, तिरुपति बालाजी मंदिर जीरापुर, वैष्णोदेवी मंदिर सुठालिया, अंजनीलाल मंदिर ब्यावरा, भेसवामाता (बीजासन माता) सारंगपुर, श्रीनात मंदिर राजगढ़ और शनि मंदिर खिलचीपुर बेहद प्रसिद्ध है। यहां कालीसिंध पर कुंडालिया डेम बना है, जो सिंचाई की दृष्टि से काफी अहम है।