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बच्ची के आंख की पुतली में लगी चोट, एक लाख खर्च करने के बाद भी नहीं लौटी रौशनी …

भानपुरी के माध्यमिक शाला में स्कूल समय में बच्ची को गिट्टी से मारा

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An injury to the pupil of the child's eye, the light did not return even after spending a lakh ...

बच्ची के आंख की पुतली में लगी चोट, एक लाख खर्च करने के बाद भी नहीं लौटी रौशनी ...

राजनांदगांव. समीपस्थ ग्राम राजा भानपुरी के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला की प्रधान पाठिका के खिलाफ अनुशासहीनता की शिकायत हुई है। यहां स्कूल समय में बच्ची की आंख में चोट लगी और उसे दिखाई नहीं देने का मामला सामने आया है, इसे गांव के मुखिया, पालक व ग्रामीणों ने बच्चों की सुरक्षा में लापरवाही बताते हुए मामले की शिकायत कलक्टर, एसडीएम और जिला शिक्षा अधिकारी से की है। ग्रामीणों ने प्रधान पाठिका पर कार्रवाई और पालकों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।

दरअसल 10 दिसंबर 2019 को अपराह्न 12.30 बजे कक्षा छठवीं की छात्रा रीना पिता डोमन साहू को क्लास में ही किसी ने गिट्टी से मार दिया। इससे उसकी आंख की पुतली में चोट लग गई और उस आंख से छात्रा देख नहीं पा रही है। उसका इलाज रायपुर के निजी अस्पताल में कराया जा रहा है। आंखों की रोशनी लौटेगी या नहीं, फिलहाल डाक्टर भी इसे बता नहीं पा रहे हैं। वहीं रीना को गिट्टी से किसने मारा यह भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन क्लास में ऐसी हरकत से ग्रामीणों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ रोष का माहौल है।

स्कूल प्रबंधन ने शासन से की राशि में मांग

गांव की सरपंच प्रभा दास वैष्णव ने 'पत्रिका' को बताया कि बच्ची को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, वहां से मामला गंभीर बताकर रेफर कर दिया गया। बच्ची का रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है, इसमें करीब एक लाख रुपए का खर्च आ गया है। बच्ची का पिता छोटा किसान है, कहीं से आर्थिक मदद नहीं होने के कारण उसके पास जमीन बेचने की नौबत आ गई है। प्रशासन से स्कूल प्रबंधन द्वारा मुआवजा राशि और शासन की ओर से सहायता राशि दिलाने की मांग की गई है।

मामले को दबाने का किया गया प्रयास

दरअसल जब बच्ची को चोट लगी तो इसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन ने किसी को नहीं दी। उसे घर तक नहीं पहुंचाया गया। गांव के प्रमुख व विभाग को भी इसकी सूचना नहीं दी गई। इससे आक्रोशित बच्ची के परिजन व गांव के लोगों ने स्कूल प्रबंधन पर मामले को दबाने का आरोप लगया है। शिकायत कर प्रधान पाठिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग रखी है।