
मर्डर के बाद नेपाल का टिकट किया बुक... मालिक से बदला लेने कर्मचारी को उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार
राजनांदगांव। CG Crime: अरिहंत ट्रेडर्स के संचालक से बदला लेने उसके कर्मचारी सुरेश जोशी की हत्या करने के मामले में फरार मुख्य आरोपी प्रकाश गोलछा को पुलिस ने गोंदिया से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी प्रकाश गोलछा हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश में जुटी थी।
प्रेसवार्ता में एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि आरोपी प्रकाश नेपाल भागने की फिराक में था और हैदराबाद तक पहुंच गया था। पुलिस ने आरोपी के पांच बैंक खातों को सीज कर दिया। इससे वह हड़बड़ा गया और किसी से रकम लेने हैदराबाद से वापस गोंदिया लौट रहा था। पुलिस ने आरोपी को लोकेशन के आधार पर गोंदिया रेलवे स्टेशन से दबोच लिया। आरोपी घटना के बाद राजनांदगांव से नागपुर और फिर हैदराबाद पहुंचा था। यहां से लंबे समय के लिए नेपाल में शिफ्ट होने की तैयारी में था। बैंक खाता सीज होने पर प्लान फेल हो गया।
लेटर भेजने पर हुआ था मामले का खुलासा
गौरतलब है कि 22 नवम्बर को अरिहंत ट्रेडर्स के संचालक सुरेश जोशी की लाश संदिग्ध अवस्था में पार्री नाला के पास मिली थी। पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना में जुटी थी। विवेचना के दौरान सुरेश की जहर देकर हत्या करने का खुलासा हुआ। इस दौरान कोतवाली टीआई एमन साहू व साइबर सेल के द्वारिका प्रसाद लाउत्रे के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों द्वारा अरिहंत ट्रेडर्स के संचालक ज्ञानचंद बाफना के घर में एक लेटर भेजा गया था। जिसमें सुरेश की मौत मामले में ब्लैकमेलिंग का जिक्र था। पुलिस को यहीं से आरोपियों की जानकारी हुई और पुलिस ने हत्या में शामिल चार आरोपी दयाराम साहू , मनीष खुटेल, नितेश सेन और प्रेमेन्द्र निर्मलकर को 25 नवम्बर को गिरफ्तार कर रिमाण्ड जेल भेज दिया।
बंगले का 1 करोड़ 38 लाख में सौदा किया था
हत्या का मुख्य आरोपी प्रकाश गोलछा जो सुरेश जोशी की हत्या कांड का मास्टर माइंड था। घटना बाद फरार हो गया था। एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि करीबन 15 वर्ष पूर्व से स्कूल की जमीन को लेकर ज्ञानचंद बाफना से विवाद था। इस विवाद में ज्ञानचंद से उसे पैसे लेने थे। करीबन 2 वर्ष पूर्व स्कूल के पूरे कैम्पस की बिक्री हो गई, लेकिन उसे उसके हिस्से का पैसा नहीं दिया गया। इसके अलावा करीबन ढाई साल पहले सागर चितलांग्या से सत्यम विहार गंज लाइन में स्थित एक बंगले का 1 करोड़ 38 लाख में सौदा किया था और पूरी राशि भी सागर चितलांग्या को दे चुका था। जिसकी जानकारी उसके पिता सूर्यकांत चितलांग्या को भी थी।
बाफना और चितलांग्या से लेना चाहता था बदला
राशि पटाने के बाद वह पीटा एक्ट में 2021 में जेल चला गया था। जेल से वापस आने के बाद जब वह सागर को रजिस्ट्री के लिए बोला तो वह आनाकानी करने लगा। जिस कारण प्रकाश को ज्ञान चंद बाफना एवं सागर चितलांग्या से रंजिश थी। इनसे वह बदला लेना चाहता था। जिसके लिए प्रकाश गोलछा ने पेमेन्द्र निर्मलकर, मनीष खूंटेल एवं दयाराम साहू को हर महीने अच्छा पगार देने का लालच दिया और ज्ञानचंद बाफना और सागर चितलांग्या को फंसा कर ब्लैक मेल करने साजिश रचकर उसके पुराने कर्मचारी सुरेश जोशी को जहर देकर हत्या करना कबूल किया।
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दफ्तर में मिले हैं कई संदिग्ध दस्तावेज, जांच जारी
आरोपी प्रकाश के फरार होने के दौरान पुलिस ने उसके दफ्तर में दबिश देकर जांच की थी। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी के दफ्तर में सूदखोरी के अलावा कई लोगों के दस्तखत वाले स्टांप सहित अन्य संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। पुलिस इन सभी मामलों की भी जांच में जुटी है। वहीं पुलिस आरोपी के पुराने अपराधों पर भी जांच में जुटी है।
Published on:
02 Dec 2023 09:22 am
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