CG News: शहर में 12वीं तक संचालित नहीं होने वाले स्कूलों में शिक्षा का अधिकार कानून के तहत पढ़ाई करने वाले सैंकड़ों बच्चों के माता-पिता व पालक उनके आगे की पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। क्योंकि ऐसे स्कूलों से निकलने वाले बच्चों को दूसरे निजी स्कूल में आरटीई के तहत प्रवेश नहीं मिल पाता।
ऐसे ही कुछ पालकों ने सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी व जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर उन बच्चों को 12वीं तक मुफ्त शिक्षा दिलाने की मांग किए हैं। छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने कहा कि जिले में गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा से वंचित किया जा रहा है जिसको लेकर पालकों में रोष है।
पालकों ने बताया कि कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जो बंद हो गए हैं। वहां आरटीई के तहत पढ़ाई कर रहे बच्चों के पालक भी परेशान हो रहे हैं। ऐसे ही पालकों का एक समूह आज कलेक्टर से मिलकर अपने बच्चों को किसी अच्छे स्कूल में प्रवेश दिलाकर मुफ्त शिक्षा दिलाने की मांग रखे हैं।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पॉल ने बताया कि शहर में लगभग 100 आरटीई के बच्चों को शिक्षा से वंचित कर दिया गया है। उनके पालक अपने बच्चों को लेकर जिला शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने बताया कि कलेक्टर से मांग की है कि आरटीई के सभी गरीब बच्चों को कक्षा 12वीं तक शिक्षा पूर्ण कराने की समुचित व्यवस्था कराई जाए।
Published on:
17 Jun 2025 03:11 pm