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भ्रष्टाचार, बिना शौचालय बनाए PM आवास हितग्राहियों का सौंपा, अफसरों के साथ मिलकर ठेकेदार ने पैसे भी पास करा लिया

राजनांदगांव शहर के मठपारा के समीप प्रेमनगर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में शौचालय निर्माण नहीं किया गया है। इसके चलते लोगों को खुले में शौच करना पड़ रहा है।

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भ्रष्टाचार, बिना शौचालय बनाए PM आवास हितग्राहियों का सौंपा, अफसरों के साथ मिलकर ठेकेदार ने पैसे भी पास करा लिया

भ्रष्टाचार, बिना शौचालय बनाए PM आवास हितग्राहियों का सौंपा, अफसरों के साथ मिलकर ठेकेदार ने पैसे भी पास करा लिया

राजनांदगांव. स्वच्छ भारत (swacha bharat abhiyan) की अलख जगाने वाले प्रधानमंत्री ने खुले में शौच से मुक्त कराने की दिशा में लोगों को जागरूक किया और घर-घर शौचालय बनाने का अभियान चलने लगा लेकिन उनके ही नाम से शुरु प्रधानमंत्री आवास योजना (PM awas yojna) के मकानों में शौचालय नहीं बनाया गए। दिलचस्प यह है कि पीएम आवास बनने के पहले कच्चे मकान में लोगों के पास शौचालय था लेकिन अब पक्के पीएम आवास के लोग खुले में शौच जाने मजबूर हैं। राजनांदगांव शहर के मठपारा के समीप प्रेमनगर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में शौचालय निर्माण नहीं किया गया है। इसके चलते लोगों को खुले में शौच करना पड़ रहा है। यहां करीब 9 पीएम आवास बना है। लोगों की शिकायत है कि ठेकेदार ने उनसे अलग से रुपए भी लिए हैं और शौचालय भी नहीं बनाया है।

सड़क चौड़ीकरण की जद में आए थे
शहर के मठपारा के समीप स्थित प्रेम नगर में कुछ परिवारों को सड़क चौड़ीकरण के तहत हटाया गया था और उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना से आवास की स्वीकृति दी गई। इसके बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत यहां के निवासियों का मकान तैयार किया गया, लेकिन संबंधित ठेकेदार ने इन मकानों में शौचालय का निर्माण नहीं किया, जिसकी वजह से लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के दौर में भी खुले में शौच जाना पड़ रहा है।

निगम की गंभीरता की पोल खुली
खुले में शौच से मुक्त करने घर घर में शौचालय बनाने लोगों को प्रेरित किया गया और शतप्रतिशत घरों में शौचालय का निर्माण भी हुआ। इसके बावजूद शासन की योजना से ही निर्मित मकान में शौचालय का ना बनाया जाना पूरे मामले में गड़बड़ी की आशंका को उजागर करता है। वहीं घरों में शौचालय न बनाए जाने से स्वच्छ भारत मिशन के प्रति नगर निगम कितना गंभीर है यह भी समझा जा सकता है।

कच्चे मकान में था शौचालय
पीएम आवास की हितग्राही केजाबाई साहू और आशाबाई यादव ने पत्रिका को बताया कि जिस जगह पर उन्हें पक्का मकान बनाकर दिया गया है, वहां पर उनका खपरैल वाला कच्चा मकान था और इस कच्चे मकान के साथ उनका अपना शौचालय भी था। पीएम आवास के नाम पर नगर निगम के अफसरों ने कच्चा मकान तोड़ा और ठेकेदार ने नया पक्का मकान बनाकर दिया लेकिन शौचालय नहीं बनाया। हितग्राही महिलाओं ने कहा कि पहले घर में ही नित्यकर्म करते थे लेकिन अब बाहर शौच के लिए जाना पड़ रहा है।

हितग्राहियों की ऐसी भी शिकायतें
प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही शोभाराम साहू का कहना है कि ठेकेदार ने 65 हजार रूपए में मकान बनाकर देने की बात कही थी, लेकिन 40 हजार रूपए अलग से ले लिया और शौचालय भी नहीं बनाया।
सुमित्रा यादव ने कहा कि शौचालय बनाने के लिए ठेकेदार द्वारा 30 हजार रूपए अलग से मांगा गया। पैसे नहीं देने पर शौचालय नहीं बनाया गया है, जिसकी वजह से खुले में शौच जाना पड़ रहा है।

दरवाजा टूटा, घर में सीपेज
हितग्राही आशाबाई यादव ने बताया कि उनके घर का दरवाजा टूट गया है और दीवारों में सीपेज हो रहा है। इसके चलते बारिश में पानी घर के भीतर पहुंच रहा है। इस मामले की शिकायत प्रेम नगर के लोगों ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा से की। छाबड़ा ने आयुक्त को प्रधानमंत्री आवास योजना से निर्मित मकान में शौचालय नहीं बनाने के मामले को अवगत कराते हुए संबंधित इंजीनियर व ठेकेदार से जवाब तलब कर मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की।

राशि भी निकल गई
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रेम नगर में बने सभी हितग्राहियों के मकान में शौचालय का निर्माण नहीं किया गया। बिना शौचालय निर्माण के राशि भी पास हो गई। आयुक्त नगर निगम राजनांदगांव डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि संज्ञान में मामला आया है। प्रधानमंत्री आवास योजना से निर्मित मकानों में जो कमियां हैं उसे दूर करने संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है।