28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कॉपी-किताब और स्कूल फीस महंगी लेकिन दे रहे सालों पुरानी छात्रवृत्ति को लेकर एबीवीपी ने दिया धरना …

अधिवेशन में पारित हुए तीन प्रस्ताव को अमल कराने सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

2 min read
Google source verification
Copy-book and school fees protest has ABVP about are years old scholarship giving expensive but ...

कॉपी-किताब और स्कूल फीस महंगी लेकिन दे रहे सालों पुरानी छात्रवृत्ति को लेकर एबीवीपी ने दिया धरना ...

राजनांदगांव. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजनांदगांव द्वारा 52वां प्रदेश अधिवेशन दुर्ग में हुआ, जिसमें तीन प्रस्ताव पारित किए गए थे। इन प्रस्तावों को पूरा कराने के लिए आज एबीवीपी ने मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें तीनों प्रस्ताव कीे कॉपी भी सौंपी गई। चिंटू सोनकर ने कहा कि विद्यार्थी परिषद द्वारा परिस्थितियों का मूल्यांकन करते हुए अधिवेशन में प्रस्ताव रखे जाते हैं और छात्रों के सुझावों के बाद उसे सर्वसम्मति से पारित किया जाता है।

इस वर्ष वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य, वर्तमान सामाजिक परिदृश्य और छात्रवृति एक अधिकार विषयों पर प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में समस्या के साथ समाधान की भी मांग की गई है। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति जो कि समस्त छात्रों का एक मूलभूत अधिकार है, उसे समय पर देने के साथ ही बढ़ती हुई महंगाई के अनुपात में इसका वृद्धि किया जाना चाहिए। कई वर्षो से छात्रवृत्ति में वृद्धि नहीं की गई है। कॉपी - किताब, स्कूल की फीस आदि महंगे हो गए, लेकिन छात्रवृत्ति में बढ़ोत्तरी नहीं हुई। छात्रों को सत्र शुरू होने के 7-8 माह बाद छात्रवृत्ति दी जाती है। कई छात्रों को छात्रवृत्ति नही मिलती, जिसकी वजह से उन्हें भटकना पड़ता है। सरकार इस मामले पर ठोस कदम नहीं उठाती है, तो संपूर्ण छात्र शक्ति आंदोलन के लिए बाध्य होगी।

शराबबंदी वादा पूरा करें

कमलेश प्रजापति ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कॉलेजों में रेगुलर प्रोफेसर की भर्ती, रोजगार मुखी संकाय, छात्रसंघ चुनाव, खेल विधि की स्थापना, शैक्षणिक कैलेडर का पालन होना चाहिए, साथ ही सरकार द्वारा किए गए लोकलुभावने वादों को पूरा करते हुए शराबबंदी की जानी चाहिए। महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

ये रहे उपस्थित

इस अवसर पर चिंटू सोनकर, कमलेश प्रजापति, मयंक शर्मा, शशि साहू, राजकुमार ढ़ीमर, मुकेश मंडावी, नम्रता वर्मा, चंदना श्रीवास्तव, अंशिका यादव, अंजली देवांगन, भीनिता साहू, निशा टेमरे, विशाखा यादव, प्रार्ची जैन, मेघा वैष्णव, राम यादव, गोपाल साहू, जसवंत यादव, मुकुल सोनकर, अविनाश, शिशिर सिन्हा, अभिषेक, निखिल वानखेडे, अंकित मॉसकुले, अमन जयसवाल, भोज, अभय कोसा, राकेश साहू, हितेश सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।