कांगे्रस भी इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (former CM CG Dr. Raman singh) व पूर्व सांसद अभिषेक सिंह (Former MP Rajnandgaon Abhishek Singh)के खिलाफ 420 का मामला दर्ज करने की मांग रखी है। यह मामला अब तूल पकड़ चुका है। इसमें बड़े आंदोलन की तैयारी चल रही है। रविवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में युवाओं ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री व उनके पुत्र ने अपने स्वार्थ के लिए जिले के युवा बेरोजगारों से किया खिलवाड़ किया है। चुनाव के ठीक पूर्व युवाओं में माहौल बनाने के लिए निजी कंपनी के साथ सांठगांठ कर युवाओं को ठगने का काम किया है।
जिले में 3000 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का सपना दिखाकर टेड़ेसरा में 17 करोड़ की लागत से बिल्डिंग बनाया गया। यहां शुरुआत में जिले के लगभग 130 युवाओं तीन महीने की कड़ी ट्रेनिंग के बाद रोजगार दिया गया। इस कंपनी के साथ 5 साल का अनुबंध होना बताया गया। लेकिन कंपनी में कार्यरत युवाओं को धीरे-धीरे नौकरी से निकालने का खेल शुरू हो गया। जबकि इन युवाओं को अधिकारियों ने बकायदा अनुभव प्रमाण पत्र देकर ज्वाइनिंग लेटर दिया था।
बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) अनेक कंपनियां अपने व्यवसाय से संबंधित विशिष्ट कार्य अथवा जिम्मेदारी किसी तीसरी पार्टी को करार पर सौंप देती है। यह प्रक्रिया बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग कहलाती है। भवन भी होने लगा है जर्जर
मिली जानकारी अनुसार टेड़ेसरा में 17 करोड़ की लागत से बने आरोहण बीपीओ सेंटर के लिए बने भवन में भी गुणवत्ताहीन काम हुआ है। यही कारण है कि भवन जर्जर होने लगा है। प्लास्टर उखडऩे लगी है। कैमरे भी खराब हो चुके है। इसकी भी जांच कराने की जरूरत है। प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस निखिल द्विवेदी ने बताया कि भाजपा के तत्कालीन सीएम व सांसद के खिलाफ इस मामले में एफआईआर कर 420 का मामला दर्ज होना चाहिए। इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। यह तो युवाओं के साथ धोखा और जनता के टैक्स का दुरुपयोग है।