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Video: धुर नक्सली क्षेत्र में एक जगह सजे दो मंच, एक से स्मृति तो दूसरे से भूपेश ने भरी हुंकार, जनता बैठकर बस मुस्कुराती रही…अजब गजब

राजनांदगांव जिले के सबसे धुर माओवाद प्रभावित इलाके मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र के औंधी में सोमवार को दिलचस्प स्थिति रही। आमने सामने दो मंच सजे थे। एक मंच कांग्रेस का था तो दूसरा भाजपा का।

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अतुल श्रीवास्तव@राजनांदगांव. मतदान के लिए अब सिर्फ सात दिन बचे हैं। अगले सोमवार को पहले चरण के लिए राजनांदगांव जिले की छह सीटों पर मतदान होना है। चुनावी माहौल गर्माने लगा है और सभाओं का दौर चल रहा है। चुनाव के लिए समय कम है, ऐसे में सभी राजनीतिक दल हर दिन, हर घंटे को महत्वपूर्ण मानकर काम कर रहे हंै।

एक ही जगह में दोनों सभाएं
एक ही जगहों में दोनों की सभाएं हो रही हैं। नेता और कार्यकर्ता तनाव में हैं पर सभाओं में इक_ा होने वाली जनता सतर्क है और सब सुन रही है। जनता सबको सुनना चाह रही है और इसके बाद वह फैसला करेगी। राजनांदगांव जिले के सबसे धुर माओवाद प्रभावित इलाके मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र के औंधी में सोमवार को दिलचस्प स्थिति रही। आमने सामने दो मंच सजे थे। एक मंच कांग्रेस का था तो दूसरा भाजपा का। मंच में नेता अलग रहे और उनके सुर अलग रहे पर सामने बैठी जनता एक ही थी।

दरअसल, औंधी में सोमवार दोपहर ढाई बजे भाजपा की स्टॉर प्रचारक केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी की सभा थी। इसके ठीक आधे घंटे बाद तीन बजे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल की सभा का आयोजन होना था। दोनों नेताओं के आने के पहले जहां भाजपा के मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था और उसे देखने ग्रामीणों की भीड़ जमा थी तो दूसरी ओर कांग्रेस के मंच से स्थानीय नेता भाषण दे रहे थे। इस मंच पर भी कुछ लोग जमा थे। बहुत से लोग ऐसे थे जो कुछ-कुछ देर में इधर उधर हो रहे थे।

अपने निर्धारित समय से करीब दस मिनट विलंब से स्मृति इरानी मंच पर पहुंची और उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धिां गिनाते हुए लोगों से वोट मांगा। उन्होंने धनतेरस की बधाई देते हुए कहा कि धन की देवी लक्ष्मीजी कमल पर सवार होकर ही आती हैं। इरानी के उडऩखटोला के अगले पड़ाव के लिए रवाना होने के दस मिनट बाद भूपेश बघेल का हेलीकाप्टर हवा में नजर आया। वे दल बल के साथ मंच पर पहुंचे और उन्होंने छत्तीसगढ़ को भय और भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देने का आव्हान किया।

हम तो सबकी सुनेंगे...
औंधी में एक ही जगह दोनों पार्टियों की सभाएं होने के चलते स्थानीय लोगों ने दोनों सभाओं में मौजूद रहकर दोनों के नेताओं के भाषणों को सुना। औंधी से लगे गांव लेखेपाल के 75 वर्षीय बुजुर्ग चैन सिंह भुआर्य ने दोनों मंच के सामने दर्शक दीर्घा में खुद के देखे जाने पर मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि और भी कोई आएंगे तो उन्हें भी सुनेंगे और इसके बाद मतदान के दिन अपने दिल की सुनकर फैसला लेंगे।

एक दूसरे पर ली गई चुटकियां एक दूसरे पर ली गई चुटकियां अमेठी में रेल आएगा...
अपने मंच के सामने कांगे्रस का मंच देखकर स्मृति इरानी ने एक किस्सा बताते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि २०१४ में जब वे अमेठी में चुनाव लडऩे गई थीं तो उनके पास एक बुजुर्ग व्यक्ति अपने पोते को लेकर आए और उन्हें समर्थन देने की बात की। चर्चा करने पर उन बुजुर्ग ने कहा कि वे जब छोटे थे तो अपने दादा के साथ नेहरू जी की सभा में जाते थे और भाषण सुनते थे कि अमेठी में रेल आएगा।

इसके बाद जब वे बड़े हुए तो उन्होंने इंदिरा जी को सुना। उन्होंने भी कहा कि अमेठी में रेल आएगा। बुजुर्ग ने बताया कि शादी के बाद वे अपनी पत्नी और बच्चों के साथ राजीव जी को सुनने गए तो उन्होंने भी कहा कि अमेठी में रेल आएगा। बुजुर्ग ने कहा कि अब जब वे अपने पोते के साथ जाते हैं तो राहुल भी कहते हैं कि अमेठी में रेल आएगा। इसलिए वे अब अपने पोते के साथ उनके जैसा किस्सा न हो, इसलिए भाजपा के पास आए हैं।

महंगाई भूल गईं अब ये...
कांग्रेस अध्यक्ष बघेल ने अपनी सभा के पहले पास ही भाजपा नेता स्मृति इरानी की सभा होने को लेकर कहा कि अपने संबोधन में उन्होंने महंगाई का जिक्र नहीं किया होगा। उन्होंने कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थीं तो स्मृतिजी महंगाई को लेकर खूब हल्ला मचाती थीं और आंदोलन करती थीं, पर अब वो चुप हैं। बघेल ने कहा कि वैसे स्मृति इरानी की शिक्षा और सर्टिफिकेट को लेकर भी जनता को सवाल पूछना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वैसे इनके और इनके प्रधानमंत्री दोनों की शिक्षा और सर्टिफिकेट का कोई ठिकाना नहीं है।

बघेल ने कहा कि कांग्रेस इस बार परिवर्तन के नारे के साथ जनता के बीच मौजूद है और राज्य से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कांग्रेस की सरकार बनना जरूरी है। उन्होंने कहा कि रमन सिंह अब चावल वाले बाबा नहीं रहे राज्य में शराब बेचकर वे दारू वाले बाबा बन गए हैं। बघेल ने कहा कि ऐसे बाबा से मुक्ति जरूरी है।