
प्रेसवार्ता में पहुंचे शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद सरस्वती ने कहा ऐसा कि सभी रह गए दंग ...
राजनांदगांव. रामजन्म भूमि मंदिर निर्माण न्यास अयोध्या के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व कनिष्ठ जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद सरस्वती का राजनांदगांव के मोतीपुर वार्ड में 1 से 8 नवम्बर तक भागवत कथा का आयोजन है। शुक्रवार को प्रेसवार्ता में चर्चा करते हुए शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद ने कहा कि अयोध्या में मंदिर व मस्जिद का न्यायालय में चल रहा विवाद साक्ष्य के आधार पर राम मंदिर के पक्ष में ही आएगा. उन्होने कहा कि विवादित जगह पर राम जन्म भूमि होने का पुख्ता सबूत है। उन्होने कहा कि न्यायालय के निर्णय बाद रामलला का भब्य मंदिर निर्माण होगा। शंकराचार्य ने पूरे विश्वास के साथ राम ंमंदिर के पक्ष में ही निर्णय आने की बात दोहराई।
इस दौरान पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब देते हुए शंकराचार्य स्वामी आत्मनंद ने कहा कि राजनीति में धर्म होना चाहिए। धर्म में राजनीति का कोई स्थान नहीं है। उन्होने कहा कि राम जन्म भूमि विवाद कई सालों से चल रहै है, लेकिन पिछले सरकारों ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होने केन्द्र की मोदी सरकार को मंदिर निर्माण की जल्द से जल्द सुनवाई के लिए पहल करने की बात कही।
आशाराम जैसे लोग संत नहीं कलंक हैं
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद सरस्वती ने कहा कि आशा राम जैसे लोग संत नहीं है। वे लोग धर्म के आड़ में अपना व अपने परिवार के लिए संपत्ति एकत्रित करते हैं। उन्होने कहा कि आशा राम के पास जो संपत्ति है। वह उसके पुत्र के नाम है और संत जो कुछ भी कमाई करते हैं। वह सब जनहित व राष्ट्र हित में समर्पित होता है। उन्होने आशा राम जैसे लोगों को कलंक बताया। शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद का प्रवचन मोतीपुर स्थित स्कूल मैदान में एक से 8 नवम्बर तक दोपहर 2 बजे से शाम साढ़े 6 बजे तक आयोजित होगी।
Published on:
01 Nov 2019 08:58 pm
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