शराब दुकानों के आवंटन के लिए पुरानी कलक्ट्री में सुबह 11 बजे से लॉटरी की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले चरण में राजसमंद शहर की 6, नाथद्वारा शहर की 4 व आमेट शहर की 2 अंगे्रजी शराब की दुकानों की लॉटरी निकाली गई। प्रत्येक दुकान के लिए आवेदन करने वाले आवेदक का नाम बोला गया, फिर उनकी तय नियम के तहत पर्ची समेटकर एक टीन में भरा गया। उसके बाद कलक्टर व एसपी ने एक एक पर्ची निकाली और जिला आबकारी अधिकारी रियाजुद्दीन उस्मानी ने अंकित नाम की घोषणा की। उसके बाद देवगढ़ शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र की 207 ग्राम पंचायतों के लिए 143 देसी व अंगे्रजी शराब के समूह की लॉटरी निकाली गई, जिसमें 181 शराब दुकानें शामिल है। प्रत्येक शराब की दुकान के लिए किसी आवेदक न आने की स्थिति के लिए रिजर्व के लिए भी दो दो अतिरिक्त पर्चियों की लॉटरी निकालकर उनके नामों की घोषणा करते हुए सूचीबद्ध किया गया। इस दौरान सहायक आबकारी अधिकारी प्रवीण केडिय़ा, वृत्त निरीक्षक शकुंतला, मनरूप चौधरी, आबकारी थाना प्रभारी लेहरसिंह, कामली थाना प्रभारी ओमसिंह चुंडावत, अमितसिंह राजपूत आदि मौजूद थे।
तैनात रहा पुलिस जाब्ता
शराब दुकानों की लॉटरी प्रक्रिया के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष पुलिस जाब्ता तैनात रहा। बड़ी तादाद में लोग पहुंचने पर वाहनों की पार्किंग किशोरनगर मंडा, नगरपरिषद बाहर, डाकघर, तहसील कार्यालय तक सड़क किनारे करवाई गई।
शराब दुकानों की लॉटरी प्रक्रिया के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष पुलिस जाब्ता तैनात रहा। बड़ी तादाद में लोग पहुंचने पर वाहनों की पार्किंग किशोरनगर मंडा, नगरपरिषद बाहर, डाकघर, तहसील कार्यालय तक सड़क किनारे करवाई गई।
ज्यादातर लॉटरी सिंगल आवेदन पर
इस बार जितने भी समूह व दुकाने खुली है, वे सिंगल आवेदन वाले आवेदकों के नाम ही खुली। यही नहीं, भीम समूह की लॉटरी भी सिंगल आवेदक के नाम ही निकलती आई है।
इस बार जितने भी समूह व दुकाने खुली है, वे सिंगल आवेदन वाले आवेदकों के नाम ही खुली। यही नहीं, भीम समूह की लॉटरी भी सिंगल आवेदक के नाम ही निकलती आई है।