यह खुलासा राजस्थान पत्रिका टीम स्टींग ऑपरेशन में खुलकर सामने आए। पत्रिका टीम राजनगर से पीपरड़ा, चुंगीनाका, पेट्रोल पम्प के पास ढाबा, बडारड़ा तक पहुंची, तो शराब की दुकानें बंद मिली, हाइवे किनारे बाइक पर बैठे युवाओं ने इशारा किया क्या चाहिए, तो पूछा बियर मिलेगी क्या। बोले जितनी चाहिए मिल जाएगी, मगर डेढ़ सौ रुपए लगेंगे। इसी तरह ईंट भट्टा व बडारड़ा में बनास नदी के पास शराब बिक रही थी। पत्रिका टीम गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे भीलवाड़ा फोरलेन पर भावा गांव पहुंची, जहां फोरलेन से करीब तीन सौ मीटर दूरी पर दुकान का शटर बंद था और ताला लगा हुआ था, मगर पास के खेत में कार्य कर रहे एक युवक ने इशारा करते हुए पूछा क्या चाहिए। युवक बोला- 180 रुपए एक बियर के लगेंगे। इस पर हमने कहा- बहुत ज्यादा ले रहे हो, वह बोला- अभी ठेका बंद है और यह तो हमने हमारे पीने के लिए घर पर कुछ रखी है, जो आपको दे रहे हैं। वरना कहां मिलती है। इस पर खेत में फसल का कार्य कर रहे युवक ने दूसरे युवक को मोबाइल पर कॉल कर बियर मंगवाई, जो शराब दुकान के पास खेत से ही बियर की बोतल दी और 150 रुपए लिए। शराब विके्रता युवक बोला- अभी तो कांगे्रस-बीजेपी वाले खूब शराब बांट रहे हैं, आपको नहीं मिली क्या ? तो हम बोले- कहां बंट रही है, हमें भी तो बताओ, हम चले जाए। तब बोले- आप रहते कहां हो, तो हमने कहां भीलवाड़ा, तो वह युवक बोला- यह शराब तो केवल वोटर के लिए ही है और यहां के नहीं हो, तो शराब नहीं मिलेगी। इसके बाद भावा अटल सेवा केंद्र के बाहर होते हुए सीधे भाणा गांव से पहले भील बस्ती में शराब के बारे में पूछा, तो एकाएक दुकान पर बैठे युवक ने कहा- यहां शराब नहीं मिलती, मगर भाणा में मिल जाएगी। तभी तासोल-भाणा मार्ग पर शिव चौराहे पर एक युवक को शराब के लिए पूछा तो बोला कि आज ठेेके तो बंद है, मगर भावा मार्ग पर भील बस्ती में ब्रांच पर आपका शराब मिल जाएगी। एक मकान के बाहर बाइक खड़ी की, तभी एक 60 वर्षीय वृद्ध बाहर आकर बोला- क्या हुआ। हमने कहा- बियर मिलेगी क्या? वृद्ध बोला- यहां आओ, कितनी चाहिए, एक बियर। तब वृद्ध ने एक बच्चे को दूसरे घर भेजकर दो बियर मंगवा ली। बियर के 130 रुपए प्राप्त किए और कहां चुप चाप खिसक लो। पास में दूसरा युवक मकान के दरवाजे पर ही शराब पीने लग गया। इसके बाद सीधे वासोल गांव पहुंचे, जहां एक किराणा दुकान पर युवती से बियर के लिए पूछा, तो युवती बोली कि अभी तो सभी बियर खत्म हो गई।