दोपहर में जलचक्की चौराहा स्थित महोत्सव स्थल पर जेसी के राजा का विशेष पूजन, हवन व आरती आदि अनुष्ठान गु्रप अध्यक्ष अशोक टांक व संरक्षक रमेश मेवाड़ा के सान्निध्य में विधिपूर्वक सम्पन्न हुए। इस दौरान शोभायात्रा को लेकर गु्रप से जुड़े कार्यकर्ताओं व समर्थकों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आमजन का जमावड़ा लग गया। इसके बाद गणपति विसर्जन के लिए शोभायात्रा धूमधाम से रवाना हुई। शोभायात्रा में कई बैण्ड-बाजे एवं डीजे शामिल थे, जिनपर गणपति बप्पा, रामसा पीर, बालाजी, प्रभु श्रीराम आदि की स्तुति में भक्ति संगीत की मधुर स्वर लहरियां बिखर रही थीं। इनके पीछे सजे-धजे ऊंट व अश्व चल रहे थे। पूरे मार्ग में डीजे और ढोल-नगाड़ों की थाप पर बच्चे व बड़े सभी पूरे जोश के साथ नाचते-गाते चल रहे थे। जिन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती रही। इनके पीछे आकर्षक वेशभूषाओं में झांकियों के रूप में कच्छी घोड़ी कलाकार नृत्य पेश कर लोगों का मनोरंजन करते चल रहे थे जबकि अपनी भाव-भंगिमाओं से ये खासकर बच्चों को लुभा रहे थे। शोभायात्रा में जैसलमेर का प्रसिद्ध ऊंट नृत्य विशेष आकर्षण रहा। यात्रा में कई ऊंटगाडिय़ों में राम दरबार, शिव परिवार, महाकाली सहित विभिन्न देवी-देवताओं की मनमोहक झांकियां भी शामिल थी जो श्रद्धा भाव प्रकट कर रही थीं। जेसी गु्रप अध्यक्ष अशोक टांक, संरक्षक रमेश मेवाड़ा व हेमंत रजक के नेतृत्व में राकेश प्रजापत, हरजेन्द्रसिंह चौधरी, पार्षद विजय बहादुर जैन, हीरालाल माली, घनश्याम माली, प्रभुसिंह, कुलदीप बोहरा, नरेन्द्रसिंह, अर्पित जैन, मनोज जावडिय़ा, धर्मेश खटीक, राजकुमार बैरवा, विक्रम सिंह, हैडन, देवाशीष बागोरा, विशाल वसीटा, अर्पित वसीटा, डालचंद कुमावत सहित 300 से अधिक कार्यकर्ता जेसी गु्रप के लाल रंग के टीशर्ट पहने हुए चल रहे थे जो पूरे मार्ग में शोभायात्रा की व्यवस्थाओं की कमान सम्भाल रहे थे।
गणपति बप्पा के जयकारे गूंजा शहर
शोभायात्रा पुराना बस स्टैण्ड, चौपाटी, जेके मोड़, मुखर्जी चौराहा एवं मंदिर मार्ग से होते हुए कई घंटों का सफर तय करने के बाद शाम को राजसमन्द झील तट पहुंची। यहां गु्रप अध्यक्ष की अगुवाई में जेसी के राजा की पूजा-अर्चना की गई और इसके बाद गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ…जैसे गगनभेदी जैकारों के बीच विधिविधान से गणपति विसर्जन किया गया। इससे पहले रात्रिकालीन कार्यकमों की आखरी कड़ी में शुक्रवार रात सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्पार्टन्स डांस गु्रप मुम्बई के कलाकारों ने फिल्मी व रिमिक्स गीत-संगीत के स्वर एवं धुनों पर नृत्य के साथ स्टंट प्रस्तुतियां देकर जन समुदाय को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शोभायात्रा पुराना बस स्टैण्ड, चौपाटी, जेके मोड़, मुखर्जी चौराहा एवं मंदिर मार्ग से होते हुए कई घंटों का सफर तय करने के बाद शाम को राजसमन्द झील तट पहुंची। यहां गु्रप अध्यक्ष की अगुवाई में जेसी के राजा की पूजा-अर्चना की गई और इसके बाद गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ…जैसे गगनभेदी जैकारों के बीच विधिविधान से गणपति विसर्जन किया गया। इससे पहले रात्रिकालीन कार्यकमों की आखरी कड़ी में शुक्रवार रात सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्पार्टन्स डांस गु्रप मुम्बई के कलाकारों ने फिल्मी व रिमिक्स गीत-संगीत के स्वर एवं धुनों पर नृत्य के साथ स्टंट प्रस्तुतियां देकर जन समुदाय को मंत्रमुग्ध कर दिया।