आचार संहिता से पहले 26 के तबादले
पहले से चिकित्सकों की कमी से जुझ रहे राजसमंद जिले से मार्च माह में 26 चिकित्सक, कम्पाउंडर व अन्य कार्मिकों का शेखावाटी क्षेत्र में तबादला हो गया, मगर एक भी कार्मिक बाहर से राजसमंद नहीं आए। इस कारण अब कई पशु औषधालयों पर और ताले लगाने की नौबत आ गई, मगर डॉक्टरों लगाने को लेकर न तो सरकार द्वारा कोई ध्यान दिया गया है और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि ही गंभीर है।
पहले से चिकित्सकों की कमी से जुझ रहे राजसमंद जिले से मार्च माह में 26 चिकित्सक, कम्पाउंडर व अन्य कार्मिकों का शेखावाटी क्षेत्र में तबादला हो गया, मगर एक भी कार्मिक बाहर से राजसमंद नहीं आए। इस कारण अब कई पशु औषधालयों पर और ताले लगाने की नौबत आ गई, मगर डॉक्टरों लगाने को लेकर न तो सरकार द्वारा कोई ध्यान दिया गया है और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि ही गंभीर है।
चल चिकित्सा सुविधा भी बंद
गांव-ढाणी जाकर मवेशियों का उपचार करने के लिए चल चिकित्सा सुविधा के लिए मोबाइल युनिट बनाई, मगर चिकित्सक के अभाव में दो युनिट बंद है। वर्तमान में सिर्फ एक युनिट है, जिसमें एक चिकित्सक व एक चिकित्सा सहायक है, मगर उन्हें भी कई बार पशु केंद्रों में लगा दिया जाता है। इस कारण युनिट का कार्य नहीं हो पा रहा है।
गांव-ढाणी जाकर मवेशियों का उपचार करने के लिए चल चिकित्सा सुविधा के लिए मोबाइल युनिट बनाई, मगर चिकित्सक के अभाव में दो युनिट बंद है। वर्तमान में सिर्फ एक युनिट है, जिसमें एक चिकित्सक व एक चिकित्सा सहायक है, मगर उन्हें भी कई बार पशु केंद्रों में लगा दिया जाता है। इस कारण युनिट का कार्य नहीं हो पा रहा है।
यह है रिक्त पदों की स्थिति
चिकित्सक नहीं, इसलिए बंद
जिले में चिकित्सक, कम्पाउंडर की काफी कमी है। इसी वजह से कई पशु औषधालय बंद है। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेज रखी है। पिछले माह 26 डॉक्टर व कार्मिक चले गए, मगर एक भी बाहर से यहां नहीं आया। रिक्त पदों की वजह से कामकाज प्रभावित हो रहा है। फिर भी उपलब्ध डॉक्टर, कार्मिकों से बेहतर कार्य के प्रयास किए जा रहे हैं।
डॉ. लक्ष्मणङ्क्षसह चुंडावत, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग राजसमंद
चिकित्सक नहीं, इसलिए बंद
जिले में चिकित्सक, कम्पाउंडर की काफी कमी है। इसी वजह से कई पशु औषधालय बंद है। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेज रखी है। पिछले माह 26 डॉक्टर व कार्मिक चले गए, मगर एक भी बाहर से यहां नहीं आया। रिक्त पदों की वजह से कामकाज प्रभावित हो रहा है। फिर भी उपलब्ध डॉक्टर, कार्मिकों से बेहतर कार्य के प्रयास किए जा रहे हैं।
डॉ. लक्ष्मणङ्क्षसह चुंडावत, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग राजसमंद