
पहले बदली जाए पाइप लाइन फिर बने सड़क
-प्रमोद भटनागर/गिरिश व्यास
रेलमगरा. कस्बे के मुख्य बस स्टैण्ड से गुजर रही एन.एच. 162 ए के नीचे दबी जलापूर्ति की पाइप लाइन काफी पुरानी होने से जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इससे वाहनों के दबाव से यह पाइप लाइन आए दिन लीकेज होती रहती है। ऐसे में लीकेज निकालने बार-बार सड़क की खुदाई करनी पड़ती है। इसको देखते हुए खण्डेल से दरीबा तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 162 एक पर सड़क का निर्माण नई पाइप लाइन डाले बिना किए जाने पर इस रोड के जल्द ही फिर से क्षतिग्रस्त होने की संभावना बनी रहेगी।
कस्बे के आबादी क्षेत्र से गुजर रहे इस मार्ग पर वर्तमान में सीसी सड़क का निर्माण कराना प्रस्तावित है और दरीबा मार्ग पर स्थित आबादी से सीसी सड़क का निर्माण कार्य शुरू भी हो चुका है। ऐसे मं क्षतिग्रस्त पाइप लाइन के ऊपर बन रही नई सीसी सड़क लीकेज निकालने के लिए आए दिन तोडऩी पड़ेगी, जिससे नई सड़क चंद ही दिनों में फिर से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाएगी। पूर्व में यह पाइप लाइन मुख्य सड़क के एक किनारे पर थी, लेकिन सड़क को चौड़ा किया गया तो यह बीच में आ गई। ऐसे में पाइपों में आए दिन होने वाले लीकेज से सड़क को बीच से खोदे जाने से पूरी सड़क खराब हो चुकी है। ऐसे में नई सड़क के नीचे से अगर पाइप लाइन नहीं हटाई गई तो आगे भी यह समस्या बरकरार रहेगी।
सड़क स्वीकृती से पहले कराना था सर्वे
यहां राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण से पहले ठेकेदार अथवा एनएच के अधिकारियों को इसका सर्वे कराना चाहिए था, लेकिन इसे दरकिनार कर दिया गया। वर्तमान में नवीन सड़क का निर्माण करने के लिए भी करोड़ो रुपए की राशि स्वीकृत हुई, लेकिन इस बार भी सड़क के नीचे दबी पाइप लाइन नहीं हटाई गई तो एक बार फिर सरकारी राशि का दुरुपयोग ही होगा।
कुछ दिनों में टूट जाएगी सड़क
पाइपों के लीकेज निकालने के लिए आए दिन सड़क तोड़ी जाती है। ऐसे में इस पर नई सड़क का निर्माण कराया जाता है तो वह भी कुछ ही दिनों में क्षतिग्रस्त हो जाएगी।
बसंतीलाल पारीक, सेवानिवृत्त कर्मचारी, रेलमगरा
समस्या का नहीं होगा स्थायी समाधान
पाइप लाइन बदलने का कार्य करने बाद सड़क का निर्माण कराया जाता है तो ही इस समस्या से स्थायी निजात मिल सकेगी। सड़क के क्षतिग्रस्त होने के पीछे सबसे बड़ा कारण इसके नीचे दबी नल की पाइप लाइनें है।
नवीन टुकल्या, व्यवसायी, रेलमगरा
परेशान हैं चालक और यात्री
पूरी सड़क क्षतिग्रस्त है, जिस पर वाहन चलाना विवशता है। बसों में यात्रा करने वाली सवारियां भी क्षतिग्रस्त सड़क से बेहद परेशान होती है। जर्जरहाल सड़क से बसों में यात्रियों की संख्या में भी कमी आई है।
प्रेमसिंह, बस चालक
नहीं होती मरम्मत
पाइप लाइनों के लीकेज निकालने के लिए सड़क को तोड़ दी जाती है। बाद में इनकी मरम्मत के लिए कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। इससे इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों से उडऩे वाली मिट्टी से आमजन को भी दिक्कत होती है।
हरीश टांक, व्यवसायी रेलमगरा
कस्बे का सौंदर्य प्रभावित
यह कस्बे की मुख्य सड़क है जिसके क्षतिग्रस्त रहने से कस्बे की सुन्दरता भी धूमिल होती है। क्षतिग्रस्त सड़क से कस्बेवासी तो परेशान हो ही रहे हैं, बाहर से आने वाले यात्रियों को भी दिक्कत होती है।
सईदा बानू रंगरेज, गृहिणी रेलमगरा
जरूरी था तकनीकी सर्वे
सड़क का निर्माण कराने से पूर्व तकनीकी सर्वे करना जरूरी था, जिससे कि सड़क फिर जल्द से खराब न होने पाए। खासतौर पर पाइप लाइन तो स्थानान्तरित करनी ही चाहिए।
अनुसुईया विजयवर्गीय, रेलमगरा।
जलदाय विभाग से बात करेंगे
रेलमगरा में मुख्य बस स्टैण्ड से गुजरने वाले राजमार्ग के नीचे पाइप लाइन होने की जानकारी मिली है। इसके लिए जलदाय विभाग से बात की जा रही है। समस्या का समाधान कराने के प्रयास किए जाएंगे।
सैयद शब्बीर अहमद, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग
भेज रखा है प्रस्ताव
मुख्य सड़क के नीचे पुरानी सीमेंट की पाइप लाइन के अक्सर लीकेज की समस्या रहती है। इसे बदलने के लिए विभाग द्वारा करीब एक करोड़ रुपए का प्रस्ताव भिजवा रखा है।
चतरसिंह कोठारी, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, रेलमगरा
Published on:
09 Jan 2019 12:39 pm
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