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Rajasamand News: बदले मौसम से छाए बादल, खेत में पड़ी फसलों के खराबे का डर, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें

मौसम के इस बदलाव ने एक बार फिर से किसानों को फसलों को लेकर चिंता में डाल दिया है। बेमौसमी बारिश से किसानों को फसलें खराब होने का डर सताने लगा है।

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मानसून में इस बार राजसमंद झील लबालब, पत्रिका फोटो

राजसमंद जिला मुख्यालय के साथ ही जिले के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम में बदलाव देखने को मिला, इसके तहत आसमान में काले बादल छाए रहे। मौसम के इस बदलाव ने एक बार फिर से किसानों को फसलों को लेकर चिंता में डाल दिया है। बेमौसमी बारिश से किसानों को फसलें खराब होने का डर सताने लगा है।

खेत खलिहान में पड़ी फसलें

राजसमंद शहर व जिले में सोमवार को भी बादल छाए रहने से सूर्य देवता के दर्शन दोपहर के समय हो पाए। इस दौरान भी कुछ देर के लिए हल्की धूप बादलों की आवाजाही के चलते निकली। बादलों के छाने से सुबह सर्दी का अहसास रहा, जबकि दिन में मौसम का मिजाज शुष्क रहा। शहर में शाम होते-होते सर्दी का अहसास हो रहा हे। इधर, आसमान में बादलों का डेरा देखकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई है। वर्तमान में जिले में ज्यादातर किसान फसलों को काटने के बाद उनकी उपज लेने का काम कर रहे हैं। इसके चलते फसलें खुले में खेत और खलिहानों में पड़ी होने से बारिश होने की स्थिति में फसलों के साथ ही उनकी उपज में नुकसान होने की आशंका है।

बारिश हुई तो किसानों की मेहनत पर फिरेगा पानी

जिले में आसमान पर बादलों के डेरे को देखकर किसानों की चिंता बढ़ गई। क्षेत्र में दीपावली के बाद से मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। खरीफ फसलों की लिवाई और रबी फसलों की तैयारी में जुटे किसान आसमान में बादल देखकर फसलों को लेकर खासे परेशान दिखाई दिए। खेतों में खड़ी व काटकर डाली गई मूंग, उड़द, मक्का और सोयाबीन की फसलों की कटाई और लिवार का दौर अंतिम चरण में हैं।

ऐसे में बारिश होने पर फसल खराब होने का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि किसानों ने खेतों में कटाई कर फसलें खुले में ही रखी हुई है। हालांकि, जिन किसानों के पास सुविधा है उन्होंने मौसम विभाग की ओर से हल्की बरसात की संभावना जताए जाने व बादलों के छाने के बाद फसल को या तो सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है या खेत में ही ढककर रख दिया है। किसान ईश्वर तेली ने बताया कि अगर बारिश हो गई तो मेहनत पर पानी फिर सकता है।